पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी (पीपीयू) का मुख्यालय अब बख्तियारपुर और बीएस कॉलेज दानापुर में बनेगा। बिहार के राज्यपाल द्वारा बीएस कॉलेज दानापुर में भूमि पूजन के साथ ही इस बड़े शैक्षणिक प्रोजेक्ट का पहला कदम पूरा कर लिया गया है। इसके तहत बीएस कॉलेज में जी प्लस फाइव (पाँच मंजिला) भवन का निर्माण दिसंबर से शुरू होगा। राज्य सरकार ने इस निर्माण के लिए 216 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की है, जिससे मुख्यालय और पीजी भवनों के निर्माण का कार्य तेजी से किया जाएगा।
बीएस कॉलेज दानापुर में पीपीयू के साइंस पीजी विभाग होंगे शिफ्ट
बीएस कॉलेज दानापुर में 5 एकड़ जमीन पर 25 से 30 करोड़ रुपये की लागत से एक आधुनिक जी प्लस फाइव भवन का निर्माण होगा। इस भवन में पीपीयू के सभी विज्ञान (साइंस) से संबंधित पीजी विभाग शिफ्ट किए जाएंगे। वहीं, आर्ट्स से जुड़े सभी पीजी विभागों को बख्तियारपुर कैंपस में स्थानांतरित किया जाएगा। पीपीयू के कुलपति प्रो. आर.के. सिंह ने कहा कि भवन का निर्माण यूनिवर्सिटी के इंटर्नल फंड से किया जाएगा, जिसमें भविष्य में और भी विस्तार की संभावना है।
बख्तियारपुर में 10 एकड़ में बनेगा पीपीयू का मुख्य मुख्यालय
बख्तियारपुर में पीपीयू के मुख्य मुख्यालय के लिए राज्य सरकार ने 10 एकड़ जमीन दी है, जहां दिसंबर माह से निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड द्वारा इस प्रोजेक्ट की देखरेख की जाएगी और 10 से 15 दिनों में निर्माण की पूरी तैयारी शुरू कर दी जाएगी। यहाँ सभी आर्ट्स के स्नातकोत्तर (पीजी) विषयों को शिफ्ट किया जाएगा ताकि एक सुव्यवस्थित शैक्षणिक माहौल मिल सके।
अलग-अलग कॉलेजों में चल रहे पीजी विभाग और समस्याएं
वर्तमान में पीपीयू के कई पीजी विभाग पटना के विभिन्न कॉलेजों में चल रहे हैं। एएन कॉलेज, कॉलेज ऑफ कॉमर्स, आर्ट्स एंड साइंस, जेडी वीमेंस कॉलेज, और बीडी कॉलेज जैसे संस्थानों में पीजी विभागों ने जगह बना रखी है। इन कॉलेजों में विभागों के अस्थायी संचालन के चलते विद्यार्थियों और शिक्षकों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। कई जगहों पर छात्र-छात्राओं के लिए बैठने और कक्षाएं संचालित करने में भी समस्या हो रही है। पीपीयू की लाइब्रेरी और परीक्षा भवन भी वर्तमान में आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी के कैंपस में किराए पर चल रहे हैं।
बदलाव से शिक्षा व्यवस्था को मिलेगी मजबूती
इस नए मुख्यालय निर्माण से पीपीयू की शिक्षा व्यवस्था को स्थायित्व और सुसंगठित माहौल मिलेगा। नए भवनों के साथ लाइब्रेरी, परीक्षा भवन, और सभी विभागों को एक ही स्थान पर स्थानांतरित करने से छात्रों को एक केंद्रीकृत और आधुनिक शैक्षणिक वातावरण उपलब्ध हो सकेगा