PATNA: नीतीश कुमार के करीबी मंत्री अशोक चौधरी की कविता पर कोहराम मच गया है. चौधरी ने मंगलवार की सुबह अपने सोशल मीडिया पर एक कविता पोस्ट किया. कविता में इशारों ही इशारों में व्यंग्य किया गया था. अशोक चौधरी की कविता ''बढ़ती उम्र में इन्हें छोड़ दीजिए'' को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जोड़कर देखा जाने लगे. कुछ देर के बाद मंत्री अशोक चौधरी को सीएम हाऊस से बुलावा आया. नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद वे बाहर निकले. तब कहा कि नीतीश और वे एक दूसरे को प्यार करते हैं। बाकी लोगों की वे परवाह नहीं करते। इधर जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता ने भी इशारों ही इशारो में अशोक चौधरी पर व्यंग्य कस दिया.
पार्टी का कोई भी नेता नीतीश कुमार के बारे में क्या बोलेगा
मंत्री अशोक चौधरी के कविता प्रकरण पर जेडीयू के वरिष्ठ नेता और मोदी कैबिनेट में मंत्री ललन सिंह का भी बयान आया. दिल्ली से पटना पहुंचे ललन सिंह ने अशोक चौधरी की कविता पर स्पष्ट तौर पर कहा. उन्होंने चार लाईन में अपनी बात कही. पत्रकारों ने जब ललन सिंह से पूछा कि अशोक चौधरी ने एक कविता पोस्ट किया. कहा जा रहा है कि कविता के माध्यम से नीतीश कुमार के बारे में व्यंग्य किया गया है. इस पर केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने कहा कि ''अरे...आपलोग बिना मतलब की चीज में मतलब निकाल रहे हैं. नीतीश कुमार जी इस पार्टी के सर्व मान्य नेता हैं. पार्टी का कोई भी नेता नीतीश कुमार के बारे में ट्वीट में क्या बोलेगा. तो ये अनावश्यक आपलोग विवाद पैदा कर रहे हैं.
अशोक चौधरी की कविता में क्या है...?
अशोक चौधरी की कविता है :- बढ़ती उम्र में इन्हें छोड़ दीजिए.एक दो बार समझाने से यदि कोई नहीं समझ रहा है तो सामने वाले को समझाना छोड़ दीजिए. बच्चे बड़े होने पर वो खुद के निर्णय लेने लगे तो उनके पीछे लगना छोड़ दीजिए. गिने चुने लोगों से अपने विचार मिलते हैं, यदि एक दो से नहीं मिलते तो उन्हें छोड़ दीजिए.....।