Bihar Politics: नेपाल में हुई भारी बारिश के कारण बिहार के कोसी बराज से लगभग 6,61,295 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जिसके कारण बिहार के कई जिले बाढ़ की चपेट में आ गए। करीब 1.49 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित है। इसी बीच बाढ़ की तबाही को देखते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने पटना में बड़ी बैठक बुलाई है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय की अध्यक्षता में इस बैठक में एनडीआरएफ औऱ एसडीआरएफ के साथ-साथ कई अधिकारियों को बुलाया गया है।
गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय एनडीआरएफ औऱ एसडीआरएफ के अधिकारियों के साथ बैठक में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम लगातार काम कर रही है। हर आपदा में एनडीआर की टीम सहायता करती है। 11 टीम बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में काम कर रही है, वहीं 8 टीमों को रिजर्व में रखा गया है। बाढ़ की स्थिति बिहार में बनी हुई है, कुछ इलाके प्रभावित हो चुके हैं।
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार तत्परता के साथ स्थिति को निपटने में लगे है। एनडीआरएफ की 11 टीमें लगाई गई है और 8 टीम रिसर्व रखा गया है। एनडीआरएफ़ हर परिस्थिति में बिहार में बाढ़ से प्रभावित लोगों को रेस्क्यू करने के लिए तैयार है। Sdrf भी ndrf के साथ काम कर रही है, बिहार के लोगों को इस आपदा से चिंता करने के ज़रूरत नहीं है। बिहार नियंत्रण के लिए साढ़े ग्यारह हज़ार करोड़ रुपया पहली बार मिला है।
वहीं बिहार में बाढ़ के बीच तेजस्वी यादव विदेश में हैं जिसको लेकर नित्यानंद राय ने कहा कि, तेजस्वी यादव कोविड में भी विदेश चले गए थे, बाढ़ में भी विदेश में हैं, बार बार विदेश जा रहे हैं। 10 दिन यात्रा करके विदेश चले गए। नित्यानंद राय ने कहा कि बाढ़ की चिंता ना लालू यादव को रहती थी या तेजस्वी यादव को आज है। बाढ़ में त्रासदी में लालू यादव ने पाप किया था। बाढ़ के क्रम में जब सीतामढ़ी के दौरे पर थे तब बच्चे भूख से तड़प रहे थे। बच्चे भूख से मर रहे थे। और सरकार दूध घोटाला कर रही थी। दूध घोटाला करने वाली पार्टी लालू यादव की थी। उनके शासन में यह बड़ा घोटाला हुआ था। उस वक्त कई अधिकारी जेल गये थे, उस समय के कई नेता अभी है।
पटना से वंदना की रिपोर्ट