Bihar Politics: जन सूराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर साल 2022 में जन सुराज यात्रा के तहत बिहार भम्रण करने निकले। अपनी यात्रा के दौरान प्रशांत किशोर बिहार के सभी जिलों में घूमे और वहां को लोगों से मुलाकात की। जन सुराज यात्रा के दौरान प्रशांत किशोर ने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नीतियों पर जमकर निशाना साधा। साथ ही उन्होंने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के शिक्षा और उनके माता पिता के शासनकाल को लेकर भी ने खूब बयानबाजी की।
बता दें कि, चुनावी रणनीतिकार कहे जाने वाले प्रशांत किशोर अब खुद अपनी पार्टी के साथ राजनीति में उतरने जा रहे हैं। पीके 2 अक्टूबर को अपनी पार्टी का गठन करेंगे। इसी कड़ी में पटना के वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में जन सुराज को पार्टी बनाने का कार्यक्रम रखा गया है। दल गठन करने से पहले प्रशांत किशोर ने बिहार की प्रमुख पार्टियों को लेकर एक बड़ा बयान दे दिया है। प्रशांत किशोर ने कहा कि अगले छह महीने बाद जहां भी खड़े होंगे, जन सुराज ही नजर आएगा।'
उन्होंने आगे कहा, 'बिहार में जब लोग नहीं माने, तब हमने इस यात्रा की शुरुआत की। हम पिछले दो साल से चलते आ रहे हैं। मेरे आलोचक भले ही कुछ भी कहें, लेकिन यह सच है कि हम चल रहे हैं। अब लोग यह कह रहे हैं कि बात तो सही है, लेकिन बिहार में सुधार नहीं होगा। अब मेरे समर्थक कह रहे हैं कि अगर बिहार सुधरेगा, तो वह जन सुराज से ही सुधरेगा।
बिहार विधानसभा चुनाव के लेकर प्रशांत किशोर ने अपने सर्मथकों से कहा कि अभी हमारे पास 15 महीने का समय है, इसलिए घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। दो अक्टूबर को पार्टी का गठन करेंगे, और छह महीने बाद जहां देखेंगे, वहां जन सुराज ही दिखाई देगा। चाहे आप बैठें, सोएं या खड़े हों, जन सुराज ही दिखेगा, और तीसरा कुछ नहीं। हमने अभी प्रचार शुरू नहीं किया है, हम अभी पैदल चल रहे हैं।' वहीं प्रशांत किशोर के बयान के बाद राजद ने उन पर पलटवार किया है। राजद नेताओं ने कहा कि पीके का कोई जादू नहीं चलने वाला है। आरजेडी ने प्रशांत किशोर पर आरोप लगाते हुए कहा कि जन सुराज उनकी पार्टी में तोड़फोड़ करने की कोशिश कर रही है।
रितीक की रिपोर्ट