Jitan Ram Manjhi : बिहार के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों के बीच जाति की जंग छिड़ गई है. राजद सुप्रीमो लालू यादव की जाति को लेकर कुछ दिनों पूर्व जीतन राम मांझी ने हमला बोला तो लालू ने एक दिन पहले मांझी को निशाने पर लिया. आरजेडी सुप्रीमो ने बड़ा सवाल किया कि ‘ऊ मुसहर है?’ लालू के इस जातीय तंज पर गुरुवार को जीतन राम मांझी ने तंज कसा. उन्होंने कहा कि ‘लालू जी, हम मुसहर-भुईयां हैं, हमारे पिता मुसहर-भुईयां थें, हमारे दादा मुसहर-भुईयां थें,हमारे परदादा मुसहर-भुईयां थें,हमारा तो पुरा खानदान ही मुसहर-भुईयां है। और हम तो गर्व से कहतें हैं कि “हम मुसहर,भुईयां हैं”.
दरअसल, कुछ दिनों पहले ही मांझी ने कहा था कि "विपक्षी दलों के गुंडे हमारे घर, दरवाजों को तोड़ सकते पर हमारे लोगों का हौसला नहीं तोड़ सकते. घर जलाने वाले लोगों के संरक्षक लालू पाल (गरेड़ी) जी आप राजनीति के लिए अपनी जाति छुपा सकतें हैं पर हम नहीं. हम गर्व से कहतें हैं “हम मुसहर हैं”. लालू जी में हिम्मत है तो वह भी कहकर दिखाएं कि हम गरेड़ी हैं."
मांझी ने लालू यादव पर यह हमला नवादा में मुसहरों की बस्ती में आग लगाए जाने के बाद दिया था. मांझी ने दावा किया था कि महादलित टोले के बस्तियों में आग लगाने वाले लोग यादव जाति से थे. वे लालू यादव की पार्टी राजद के समर्थक रहे हैं. हालांकि इस मामले में पुलिस ने जिस शख्स को गिरफ्तार किया उसमें मुख्य आरोपी सहित अधिकांश आरोपी पासवान जाति यानी दलित वर्ग से रहे. वहीं लालू यादव की जाति पर सवाल उठाने पर मांझी को राजद की ओर से जवाब दिया था.
राजद ने मांझी पर झूठे आरोप लगाने और यादव सहित राजद को बदनाम करने का आरोप लगाया. वही लालू यादव ने दिल्ली से पटना लौटने पर बड़ा हमला बोलते हुए मांझी की जाति को लेकर ही तंज कसा और कहा कि मांझी मुसहर है क्या? इसके पहले तेजस्वी यादव ने भी जीतन राम मांझी को जीतन राम शर्मा कहकर संबोधित किया था. यानी मांझी को एक तरह से भूमिहार बताया गया था. जाति की इस लड़ाई अब बिहार के दोनों पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव और जीतन राम मांझी एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी में व्यस्त हैं.