Nirmala Sitharaman : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक बड़ी मुसीबत में फंसती दिख रही हैं. कर्नाटक में बेंगलुरू की एक विशेष अदालत ने पुलिस को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और अन्य के खिलाफ जबरन वसूली के आरोपों पर प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दिये हैं। जनाधिकार संघर्ष परिषद (जेएसपी) के सह-अध्यक्ष आदर्श अय्यर की ओर से चुनावी बॉन्ड से जुड़ी शिकायत में जबरन वसूली के आरोप लगाये गये हैं।
इस मामले में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, कर्नाटक प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष नलिन कुमार कटील और विजयेंद्र येदियुरप्पा समेत कई हाई-प्रोफाइल हस्तियां भी शामिल हैं। अप्रैल 2024 में दर्ज की गयी शिकायत में दावा किया गया है कि 2019 से 2022 के बीच चुनावी बॉन्ड के जरिए बड़ी रकम जुटायी गयी, जिसमें एक व्यवसायी की कंपनी से 230 करोड़ रुपये और एक फार्मा कंपनी से 49 करोड़ रुपये शामिल हैं। विशेष अदालत ने पुलिस को तुरंत जांच शुरू करने के भी निर्देश दिये हैं।
निर्मला सीतारमण मौजूदा समय में कर्नाटक से ही राज्यसभा सांसद हैं. साथ ही वह केंद्र की मोदी सरकार में पिछले कार्यकाल में भी वित्त मंत्री रही और अब मोदी 3 सरकार बनने पर एक बार फिर पीएम मोदी ने उन पर बड़ा भरोसा जताया. उन्हें फिर से वित्त मंत्री बनाया गया है. हलाकि इन सबके बीच अब कर्नाटक की अदालत ने उनके खिलाफ जबरन वसूली के आरोपों पर प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दिये हैं।
कर्नाटक में राजनेताओं पर अदालती कार्रवाई की तलवार पिछले कुछ दिनों में जोरदार स्तर पर चली है. पहले कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरमैया को हाई कोर्ट से बड़ा झटका लगा.उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों में केस चलाने की अनुमति मिली. अब केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी उसी तरह चुनावी बॉन्ड से जुड़ी शिकायत में जबरन वसूली के आरोप में केस का सामना करेंगी. अदालत ने उनके खिलाफ जबरन वसूली के आरोपों पर प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दिये हैं।