IPL 2025: BCCI ने बदला ये अहम नियम, CSK, MI, RCB और KKR पर पड़ेगा बड़ा असर!

बीसीसीआई ने आईपीएल 2025 के लिए रिप्लेसमेंट नियमों में बड़ा बदलाव किया है। अब टीमों को चोटिल या अनुपलब्ध खिलाड़ियों की जगह केवल रजिस्टर्ड अवेलेबल प्लेयर पूल (आरएपीपी) से ही खिलाड़ियों का चयन करना होगा।

BCCI IPL 2025
IPL 2025- फोटो : BCCI

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने खिलाड़ियों के रिप्लेसमेंट से जुड़े नियमों में बड़ा बदलाव किया है। इस नए नियम का सबसे बड़ा असर चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके), मुंबई इंडियंस (एमआई), रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) और कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) जैसी बड़ी टीमों पर पड़ सकता है। अब टीमें चोटिल या अनुपलब्ध खिलाड़ियों की जगह कोई नया खिलाड़ी नहीं ला पाएंगी, बल्कि उन्हें बीसीसीआई द्वारा बनाए गए रजिस्टर्ड अवेलेबल प्लेयर पूल (आरएपीपी) में से रिप्लेसमेंट चुनना होगा। 


बीसीसीआई ने दो अहम बदलाव किए हैं। पहला, किसी भी टीम को विकेटकीपर के अनुपलब्ध होने की स्थिति में ही अस्थायी रिप्लेसमेंट मिलेगा। अगर किसी टीम के सभी विकेटकीपर एक मैच के लिए उपलब्ध नहीं होते हैं, तो बीसीसीआई की मंजूरी से एक अस्थायी विकेटकीपर जोड़ा जा सकता है, लेकिन जैसे ही टीम का नियमित विकेटकीपर फिट होगा, अस्थायी खिलाड़ी को बाहर कर दिया जाएगा। दूसरा बदलाव पूरे सीजन के लिए रिप्लेसमेंट (फुल-सीजन रिप्लेसमेंट) से जुड़ा है। अगर कोई खिलाड़ी चोट, बीमारी या किसी अन्य कारण से पूरे टूर्नामेंट से बाहर होता है तो टीम को बीसीसीआई से मंजूरी लेनी होगी और रिप्लेसमेंट सिर्फ आरएपीपी से लेना होगा। 


आरएपीपी (रजिस्टर्ड अवेलेबल प्लेयर पूल) सिस्टम का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी टीम टूर्नामेंट के बीच में अनुचित लाभ न उठा सके। इसमें सिर्फ वे खिलाड़ी शामिल होंगे जिन्होंने नीलामी में अपना नाम दिया था लेकिन बिक नहीं पाए। इसका मतलब यह है कि अब टीमें सीधे तौर पर बाहर से किसी नए खिलाड़ी को शामिल नहीं कर पाएंगी, जिसका उनकी रणनीति पर गहरा असर पड़ेगा। इस नियम के कारण सीएसके, एमआई, आरसीबी और केकेआर जैसी टीमों को नुकसान उठाना पड़ सकता है। 


चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) को अक्सर चोटिल खिलाड़ियों की समस्या से जूझना पड़ता है, इसलिए अब उन्हें सीमित विकल्पों में से रिप्लेसमेंट लेना होगा। मुंबई इंडियंस (एमआई) के कई स्टार खिलाड़ी विदेशी हैं और अगर टीम के 8 विदेशी खिलाड़ी पूरे हो जाते हैं तो चोटिल विदेशी खिलाड़ी की जगह कोई भारतीय खिलाड़ी ही ले पाएगा। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) की बेंच स्ट्रेंथ पहले से ही चिंता का विषय रही है, ऐसे में अगर विराट कोहली या ग्लेन मैक्सवेल जैसे खिलाड़ी चोटिल होते हैं तो टीम को बड़ा झटका लग सकता है। कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के लिए यह नियम परेशानी खड़ी कर सकता है क्योंकि इसमें आंद्रे रसेल जैसे खिलाड़ी हैं जो अक्सर चोटों से जूझते रहते हैं।


BCCI के इस नए नियम के बाद सभी फ्रेंचाइजियों को अपनी टीम की रणनीति पर नए सिरे से काम करना होगा। अब चोटिल खिलाड़ियों के लिए पहले से बैकअप तैयार रखना जरूरी हो गया है क्योंकि उनकी पहुंच सिर्फ उन खिलाड़ियों तक ही होगी जो नीलामी में अनसोल्ड रह गए थे। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि यह बदलाव IPL में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए किया गया है, लेकिन इससे टीमों के लिए चुनौतियां भी बढ़ सकती हैं। अब देखना यह है कि IPL 2025 में यह नया नियम किस टीम के लिए फायदेमंद साबित होता है और कौन सी टीम इसके चलते मुश्किल में पड़ती है

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