IND vs ENG 2nd Test: एजबेस्टन टेस्ट में इतिहास रच सकते हैं यशस्वी जायसवाल! शाहिद अफरीदी का ये रिकॉर्ड खतरे में

IND vs ENG 2nd Test:भारत और इंग्लैंड के बीच एजबेस्टन में होने वाले दूसरे टेस्ट में यशस्वी जायसवाल एक बड़ा वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के करीब हैं। जानिए उनका प्रदर्शन, आंकड़े और भारत की जीत की उम्मीदें।

IND vs ENG 2nd Test:
यशस्वी जायसवाल बड़ा रिकॉर्ड बनाने के करीब- फोटो : social media

IND vs ENG 2nd Test: बर्मिंघम के एजबेस्टन क्रिकेट स्टेडियम में 2 जुलाई 2025 से भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरा टेस्ट शुरू होने जा रहा है। भारत सीरीज में 0-1 से पिछड़ा हुआ है और इस मैच को जीतकर सीरीज में बराबरी करने की कोशिश करेगा।भारत ने अब तक एजबेस्टन में 8 टेस्ट खेले हैं — 7 में हार और 1 ड्रॉ। ऐसे में यह मैच सिर्फ सीरीज के लिहाज से ही नहीं, बल्कि एजबेस्टन में भारत की पहली टेस्ट जीत का अवसर भी बन चुका है।

यशस्वी जायसवाल रनों की भूख और रिकॉर्ड तोड़ने का जज़्बा

पहले टेस्ट में 101 रनों की शानदार पारी खेलने वाले यशस्वी जायसवाल अब एक बड़े वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़ने की कगार पर हैं। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में अब तक 38 पारियों में 40 छक्के लगाए हैं। यह आंकड़ा उन्हें शाहिद अफरीदी के बनाए सबसे तेज़ 50 छक्कों के रिकॉर्ड के बेहद करीब पहुंचाता है।

रिकॉर्ड    खिलाड़ी    पारियां

सबसे तेज़ 50 छक्के    शाहिद अफरीदी     46 पारियां

दूसरे नंबर पर    रोहित शर्मा    51 पारियां

यशस्वी का अब तक का आंकड़ा    यशस्वी जायसवाल    38 पारियां (40 छक्के)

इसका मतलब यह हुआ कि अगर जायसवाल अगले 7 पारियों में 10 छक्के लगा लेते हैं तो वह अफरीदी को पछाड़कर नए रिकॉर्ड होल्डर बन जाएंगे।

इंग्लैंड के खिलाफ शानदार फॉर्म: जायसवाल की सबसे पसंदीदा टीम

यशस्वी जायसवाल का बल्ला इंग्लैंड के खिलाफ खूब बोलता है। अब तक उन्होंने इस टीम के खिलाफ 11 पारियों में 27 छक्के लगाए हैं। यह दर्शाता है कि वह आक्रामक शैली में खेलने वाले बल्लेबाज़ हैं, जो रिकॉर्ड तोड़ने की मानसिकता के साथ उतरते हैं।उनकी टेस्ट करियर में कुल रन अभी तक 1903 हैं, और वह बहुत जल्दी 2000 रन पूरे करने वाले हैं। इसके अलावा उनके नाम 5 शतक और 10 अर्धशतक भी हैं, जो उन्हें युवा खिलाड़ियों में सबसे अलग बनाता है।

शुभमन गिल पर भी जिम्मेदारी: टीम को संकट से उबारने की ज़िम्मेदारी

शुभमन गिल इस समय टीम इंडिया के स्टैंड-इन कप्तान हैं और उनकी कप्तानी का असली इम्तिहान एजबेस्टन में होगा। भारत को अपनी पिछली गलतियों से सीखकर मैदान में उतरना होगा:

टॉप ऑर्डर की स्थिरता

बॉलिंग यूनिट की धार

फील्डिंग में सुधार

अगर ये तीन प्रमुख पहलुओं पर ध्यान दिया गया, तो भारत इस टेस्ट को जीतकर इतिहास रच सकता है।