बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

D.El.Ed-B.Ed Course: 12वीं पास करने के बाद D.El.Ed या B.Ed करना हुआ आसान, बस ध्यान रखें ये जरूरी बात

अगर आप 12वीं पास करने के बाद ग्रेजुएशन या फिर ग्रेजुएशन के बाद पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहे हैं और साथ में D.El.Ed (Diploma in Elementary Education) या B.Ed (Bachelor of Education) करने की सोच रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए है।

D.El.Ed-B.Ed Course: 12वीं पास करने के बाद D.El.Ed या B.Ed करना हुआ आसान, बस ध्यान रखें ये जरूरी बात
12वीं पास करने के बाद का कोर्स- फोटो : freepik

D.El.Ed-B.Ed Course: अगर आप 12वीं पास करने के बाद ग्रेजुएशन या फिर ग्रेजुएशन के बाद पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहे हैं और साथ में D.El.Ed (Diploma in Elementary Education) या B.Ed (Bachelor of Education) करने की सोच रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए है। यहां हम आपको D.El.Ed/B.Ed और UG/PG के साथ इसे करने की संभावनाओं और लाभों के बारे में विस्तार से बताएंगे।

क्या UG या PG के साथ D.El.Ed या B.Ed करना संभव है?

हां, UG या PG के साथ D.El.Ed या B.Ed करना संभव है, लेकिन कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना होगा, जैसे समय प्रबंधन और कोर्स के मोड।

1. समय प्रबंधन (Time Management):

अगर आप UG या PG फुल-टाइम कर रहे हैं, तो D.El.Ed या B.Ed फुल-टाइम एक साथ करना संभव नहीं है।

एक कोर्स को रेगुलर मोड में और दूसरे को डिस्टेंस मोड में कर सकते हैं (जैसे IGNOU, NIOS, या Nalanda Open University)।

यह सुनिश्चित करें कि दोनों कोर्स की कक्षाओं, परीक्षाओं और असाइनमेंट्स का समय आपस में न टकराए।

2. मान्यता (Recognition):

D.El.Ed या B.Ed हमेशा NCTE (National Council for Teacher Education) से मान्यता प्राप्त कॉलेज या यूनिवर्सिटी से ही करें।

UG या PG के लिए UGC (University Grants Commission) से मान्यता प्राप्त संस्थान से कोर्स करें।

3. कोर्स मोड (Course Mode):

अगर D.El.Ed या B.Ed को रेगुलर मोड में करना है, तो UG या PG को डिस्टेंस मोड में करें।

अगर UG या PG रेगुलर मोड में है, तो D.El.Ed या B.Ed को डिस्टेंस मोड में करें।

4. कानूनी और नियामक नियम (Legal Regulations):

शिक्षा विभाग की नीति के अनुसार, एक साथ दो रेगुलर डिग्री या डिप्लोमा कोर्स करना मान्य नहीं है।

2022 में UGC ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं, जिसमें एक रेगुलर और एक डिस्टेंस कोर्स को एक साथ करने की अनुमति दी गई है।

D.El.Ed या B.Ed के विकल्प: NIOS, IGNOU, और Nalanda Open University

1. NIOS से D.El.Ed

योग्यता (Eligibility): न्यूनतम 50% अंकों के साथ 12वीं पास (आरक्षित श्रेणी के लिए छूट)।

यह कोर्स विशेष रूप से उन लोगों के लिए है, जो पहले से प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं।

डिस्टेंस मोड: NIOS से D.El.Ed डिस्टेंस मोड में किया जा सकता है। इसे UG या PG के साथ बिना किसी समय टकराव के किया जा सकता है।

2. IGNOU से B.Ed

योग्यता (Eligibility): न्यूनतम 50% अंकों के साथ ग्रेजुएशन या पोस्टग्रेजुएशन। साथ ही, कम से कम 2 साल का शिक्षण अनुभव जरूरी है।

डिस्टेंस मोड: IGNOU का B.Ed डिस्टेंस मोड में होता है, जिसे UG या PG के साथ आसानी से किया जा सकता है। इसका परीक्षा और प्रैक्टिकल शेड्यूल पहले से तय होता है, जिससे दोनों कोर्स में कोई समस्या नहीं होती।

3. Nalanda Open University (NOU) से D.El.Ed और B.Ed

D.El.Ed (NOU से): यह कोर्स डिस्टेंस मोड में उपलब्ध है और NCTE से मान्यता प्राप्त है।

B.Ed (NOU से): Nalanda Open University से B.Ed भी डिस्टेंस मोड में किया जा सकता है। इसके लिए 50% अंकों के साथ ग्रेजुएशन या पोस्टग्रेजुएशन और शिक्षण अनुभव की आवश्यकता होती है। यह कोर्स भी NCTE से मान्यता प्राप्त है।

D.El.Ed और B.Ed के लाभ

D.El.Ed: यह कोर्स आपको प्राइमरी और अपर प्राइमरी (कक्षा 1 से 8) में शिक्षक बनने के योग्य बनाता है।

B.Ed: सेकेंडरी (कक्षा 6 से 12) में शिक्षक बनने के लिए आवश्यक है।

समय की बचत: UG/PG के साथ D.El.Ed या B.Ed करने से आपका समय बचेगा और आप जल्दी से करियर की शुरुआत कर सकते हैं।

सरकारी शिक्षक की पात्रता: ये कोर्स आपको TET/CTET जैसी सरकारी शिक्षक भर्ती परीक्षाओं के लिए पात्र बनाते हैं।

इन सभी बिंदुओं से हमने आपको जानकारी दी कि UG/PG के साथ D.El.Ed या B.Ed करना न केवल संभव है, बल्कि यह आपके करियर के लिए फायदेमंद भी है।


Editor's Picks