Breathing practice: यदि आप थकान या तनाव के कारण ऊर्जा में कमी महसूस कर रहे हैं या ध्यान केंद्रित करने में परेशानी हो रही है, तो यह सरल ब्रीदिंग तकनीक आपकी मदद कर सकती है। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के अनुसार, डीप और रिदमिक ब्रीदिंग के साथ सांस रोकने का अभ्यास शरीर में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ाता है, जिससे ऊर्जा और फोकस में सुधार होता है। साथ ही, यह नर्वस सिस्टम को शांत करता है और मानसिक स्पष्टता प्रदान करता है।
अभ्यास शुरू करने का तरीका
आरामदायक स्थिति में बैठें।पीठ को सीधा रखें और किसी शांत जगह पर बैठ जाएं। गहरी सांस लेने का अभ्यास करें। 3 सेकंड तक गहरी सांस लें। 1 सेकंड में मुंह से पूरी सांस बाहर छोड़ें। इसे 20-25 बार दोहराएं। अभ्यास के दौरान हल्की झुनझुनी महसूस होना सामान्य है। इस चरण को लगभग 2 मिनट तक करें।
सांस रोकने की प्रैक्टिस
अंतिम बार गहरी सांस छोड़ने के बाद, बिना तनाव महसूस किए जितनी देर संभव हो, सांस रोकें। जब सांस लेने की आवश्यकता महसूस हो, तो एक गहरी सांस लें। इसे रिकवरी ब्रीद कहते हैं। रिकवरी ब्रीद को 15 सेकंड तक रोकें।फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ें। यह प्रक्रिया 1 मिनट में पूरी करें।
खुद को कूल डाउन करें
4-4-6 ब्रीदिंग तकनीक का इस्तेमाल कर कूल डाउन करें। 4 की गिनती तक गहरी सांस लें। 4 की गिनती तक सांस रोकें। मन में 6 तक गिनते हुए धीरे-धीरे सांस छोड़ें। इस प्रक्रिया को 2 मिनट तक दोहराएं।
डीप ब्रीदिंग के लाभ
ऊर्जा में वृद्धि: डीप ब्रीदिंग ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाती है।
फोकस में सुधार: मानसिक स्पष्टता और ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है।
तनाव से राहत: नर्वस सिस्टम को शांत करता है।
इस अभ्यास को नियमित रूप से करने से आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होगा।