Bareilly road accident: उत्तर प्रदेश के बरेली में एक दर्दनाक सड़क हादसे ने खुशियों से भरे घर को मातम में बदल दिया। 6 फरवरी की रात को शादी के महज 12 घंटे बाद, दूल्हा सतीश एक सड़क दुर्घटना का शिकार हो गया, जिसमें उसकी जान चली गई। हादसे में दूल्हे के एक रिश्तेदार की भी मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
मिठाई लेने गया दूल्हा हादसे का शिकार
घटना की रात सतीश अपने फुफेरे भाई विजनेश, बहन के देवर रोहित और दोस्त सचिन के साथ बोलेरो गाड़ी में कुछ मेहमानों और रिश्तेदारों के लिए मिठाई लेने निकला था। रात करीब 1:30 बजे, उनकी गाड़ी इज्जतनगर इलाके के शिव ढाबे के पास खड़े एक ट्रक से टकरा गई।
इस भयानक टक्कर में विजनेश की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि सतीश समेत अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान दूल्हे सतीश ने भी दम तोड़ दिया। इस घटना ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है।
दुल्हन के हाथों की मेहंदी और सदमे में डूबी ज़िन्दगी
शादी के मात्र 12 घंटे बाद नई नवेली दुल्हन विधवा हो गई। जिस घर में खुशियों का माहौल था, अब वहाँ मातम पसरा हुआ है। जब दैनिक भास्कर की टीम ने बरेली से 20 किलोमीटर दूर रिठौरा के ठाकुरद्वारा मोहल्ले में स्थित सतीश के घर का दौरा किया, तो परिवार का दुख हृदय विदारक था।
परिजनों ने बताया कि दुल्हन स्वाती सदमे में है। वह न कुछ खा-पी रही है और न ही कुछ बोल पा रही है। बस अपने हाथों पर लगी मेहंदी को देखती रहती है, जैसे उसे यकीन हो कि उसका पति वापस लौट आएगा। परिवार की महिलाएं कहती हैं कि स्वाती का मानसिक संतुलन टूट चुका है और उसकी आँखों के आंसू भी सूख गए हैं।
चाचा का दर्द: "पता होता तो सतीश की जगह मैं खुद जाता"
सतीश के चाचा तीर्थ सिंह ने बताया कि सतीश मिठाई लेकर घर लौट रहा था, लेकिन इसी दौरान यह हादसा हो गया। उन्होंने गहरे दुख में कहा, "अगर हमें पता होता तो सतीश की जगह मैं खुद जाता। अपने घर के बच्चे का यूं चले जाना असहनीय है। मगर किस्मत में यही लिखा था, कुछ नहीं कर सकते।"
पिता की खामोशी और आंसू
सतीश के पिता रामसहाय, जो पंजाब में काम करते हैं, अपने बेटे की शादी के लिए ही घर आए थे। इस घटना से वह पूरी तरह टूट गए हैं और कुछ भी बोलने की हालत में नहीं हैं। जब उनसे बात करने की कोशिश की गई, तो वह सिर्फ रोते रहे और बस इतना कह पाए, "अब बहू ही हमें संभालेगी।"
समाज के लिए एक चेतावनी
यह हादसा केवल एक परिवार का नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है कि छोटी-छोटी गलतियां कैसे बड़ी त्रासदियों का रूप ले सकती हैं। बरेली के इस सड़क हादसे ने एक हंसते-खेलते परिवार को मातम में बदल दिया, और दुल्हन स्वाती की जिंदगी हमेशा के लिए बदल गई।