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Mahakumbh 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस दिन आएंगे प्रयागराज, लगाएंगे आस्था की डुबकी, इनको करेंगे सम्मानित, जानिए पूरा कार्यक्रम

Mahakumbh 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी महाकुंभ में शामिल होकर आस्था की डुबकी लगाएंगे। बता दें कि 144 साल बाद महाकुंभ का यह योग बना है। इस बार 144 साल बाद ग्रहों का दुर्लभ संयोग बना है।

PM Modi
PM Modi visit Prayagraj- फोटो : social media

Mahakumbh 2025: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 5 फरवरी को गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के पावन संगम में शुभ मुहूर्त पर पुण्य स्नान करेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री बड़े हनुमानजी के दर्शन-पूजन के साथ किले में स्थित अक्षयवट के भी दर्शन करेंगे। बता दें कि इसके पहले अमित शाह 27 जनवरी को महाकुंभ में शामिल होंगे।  

महाकुंभ 2025 के लिए विशेष यात्रा

महाकुंभ के अमृत स्नान पर्व की समाप्ति के अवसर पर प्रधानमंत्री एक बार फिर त्रिवेणी में स्नान के लिए आएंगे। इससे पहले उन्होंने महाकुंभ के शुभारंभ के समय भी संगम की पावन धरा पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी।

यात्रा का कार्यक्रम

प्रधानमंत्री दिल्ली से विशेष विमान के माध्यम से बमरौली एयरपोर्ट पहुंचेंगे। वहां से तीन हेलीकॉप्टरों के माध्यम से अरैल स्थित डीपीएस मैदान के हेलीपैड पर उतरेंगे। इसके बाद वह कार से अरैल वीआईपी जेटी पहुंचेंगे और निषादराज मिनी क्रूज के जरिए संगम स्थल तक जाएंगे। यहां स्नान और गंगा पूजन का कार्यक्रम होगा। साथ ही  पीएम मोदी महाकुंभ को दिव्य और भव्य बनाने वालों को सम्मनित भी करेंगे। 

तीन घंटे की यात्रा

प्रधानमंत्री लगभग साढ़े तीन घंटे संगम क्षेत्र में रहेंगे। उनके आगमन को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) से निर्देश जारी होते ही मेला प्रशासन ने तैयारियों को तेज कर दिया है। जल्द ही इस यात्रा को लेकर शासन स्तर पर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें तैयारियों की समीक्षा और रणनीति तय होगी। प्रधानमंत्री की इस यात्रा को लेकर संगम क्षेत्र में उत्साह का माहौल है, और प्रशासन इसकी सफलता सुनिश्चित करने में जुटा हुआ है।

2019 के कुंभ में भी पहुंचे थे पीएम 

वर्ष 2019 में कुंभ मेले के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने न केवल मेले की शुरुआत में हिस्सा लिया था, बल्कि समापन पर भी संगम में डुबकी लगाई थी। उस समय उन्होंने किले के भीतर स्थित अक्षयवट को आम श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोलने की घोषणा की थी। करीब 450 वर्षों के बाद आमजन के लिए खुले इस स्थल पर अब तक लाखों श्रद्धालु दर्शन-पूजन कर चुके हैं।

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