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महाकुंभ 2025: महाकुंभ पर अभद्र पोस्ट करने वाले 3 लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

महाकुंभ 2025: महाकुंभ पर अभद्र पोस्ट करने वाले 3 लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

बाराबंकी: महाकुंभ में आस्था और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले प्रकरण ने सोशल मीडिया और प्रशासन दोनों को सतर्क कर दिया है। हाल ही में, एक महिला की स्नान करते हुए वीडियो क्लिप को सोशल मीडिया पर पोस्ट करने और उस पर अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस घटना ने न केवल महाकुंभ की पवित्रता को सवालों के घेरे में लाया, बल्कि धार्मिक और सामाजिक सौहार्द पर भी सवाल खड़े किए हैं।


मामले की शुरुआत

आरोपित कामरान, जो एक हिस्ट्रीशीटर है, ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया। वीडियो में एक महिला स्नान करती हुई दिख रही है, और इसके साथ उसने अपमानजनक टिप्पणी लिखी, जिसमें कहा गया, "संगम तट का भव्य नजारा।" जांच में पाया गया कि यह वीडियो महाकुंभ का नहीं है, लेकिन जान-बूझकर इसे महाकुंभ से जोड़कर धार्मिक भावनाओं को आहत करने की नीयत से पोस्ट किया गया। कामरान के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। नगर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक आलोक मणि त्रिपाठी ने बताया कि आरोपी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


दूसरा आरोपी और उसकी भूमिका

इस प्रकरण में दूसरा आरोपी अभिषेक है, जिसने महाकुंभ, हिंदू देवी-देवताओं और जाति विशेष पर अभद्र टिप्पणी की। यह युवक बाराबंकी के जैदपुर थाने के ग्राम बोजा का निवासी है। जैदपुर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक अमित प्रताप सिंह ने अभिषेक की गिरफ्तारी की पुष्टि की है और बताया कि उससे पूछताछ जारी है।


सोशल मीडिया पर निगरानी बढ़ी

महाकुंभ मेला क्षेत्र में सोशल मीडिया के दुरुपयोग को रोकने के लिए पुलिस ने अपनी सोशल मीडिया सेल को सक्रिय कर दिया है। एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर नाजनीन अख्तर और सूरज एस कुमार नामक उपयोगकर्ताओं के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है। दोनों के खातों की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।


प्रशासन की सख्ती

महाकुंभ जैसे धार्मिक आयोजन में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन ने सोशल मीडिया पर पोस्ट की जाने वाली सामग्री की कड़ी निगरानी शुरू कर दी है। वायरल हो रहे वीडियो, फोटो और संदेशों की जांच के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं। इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि धार्मिक आयोजनों और आस्थाओं के साथ खिलवाड़ को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रशासन ने ऐसी गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की प्रतिबद्धता जताई है। साथ ही, सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं को भी यह संदेश दिया गया है कि वे ऐसी संवेदनशील सामग्री साझा करने से बचें, जो सामाजिक और धार्मिक सौहार्द को प्रभावित कर सकती.

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