Ram Mandir Online Prasad Fraud: राम लला की प्राण प्रतिष्ठा से ठीक पहले करोड़ों की ठगी, मंदिर के प्रसाद पर लाखों का फ्रॉड!

Ram Mandir Online Prasad Fraud: राम लला की प्राण प्रतिष्ठा स

अयोध्या: अयोध्या में राम मंदिर के राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियाँ ज़ोरों पर हैं। 5 जून यानी आज विशेष धार्मिक कार्यक्रम होना है, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। लेकिन इसी बीच एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जिससे लाखों रामभक्तों को झटका लगा है। भगवान राम के नाम पर करोड़ों की ठगी की गई है। मामला राम मंदिर के प्रसाद को लेकर हुआ है, जहाँ एक ऑनलाइन वेबसाइट ने देश-विदेश के लाखों श्रद्धालुओं को प्रसाद भेजने के नाम पर धोखा दिया है।


यह ठगी khadiorganic.com नाम की वेबसाइट के माध्यम से की गई, जिसने खुद को एक आधिकारिक एजेंसी बताकर भक्तों से राम मंदिर का प्रसाद भेजने का दावा किया। वेबसाइट पर यह दिखाया गया कि रामलला के विशेष प्रसाद के लिए भारतीयों से 51 रुपये और विदेशियों से 11 डॉलर लिए जाएंगे। लोगों को यकीन हुआ क्योंकि यह अभियान 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन शुरू हुआ था। इस मौके पर श्रद्धालुओं की भावनाएं जुड़ी हुई थीं और इसी का फायदा उठाकर करीब 3 लाख 72 हजार से ज़्यादा लोगों से पैसे वसूले गए।


पुलिस की साइबर क्राइम टीम ने जब जांच की, तो सामने आया कि इस वेबसाइट के ज़रिये करीब 6.3 लाख लोगों से कुल 3 करोड़ 85 लाख रुपये की ठगी की गई। पुलिस अधीक्षक गौरव ग्रोवर ने बताया कि यह अब तक का सबसे बड़ा धार्मिक साइबर फ्रॉड हो सकता है। शुरुआती जांच में पाया गया कि अब तक 2 करोड़ 15 लाख रुपये की राशि पीड़ितों को वापस दिलाई जा चुकी है।


ठगी करने वाला मुख्य आरोपी आशीष कुमार नाम का एक विदेशी नागरिक निकला, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और अदालत में पेश किया गया है। उसने पैसा वसूलने के लिए YES BANK, PAYTM, PHONEPE, MOBIKWIK और IDFC जैसे डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म्स और UPI का इस्तेमाल किया। पुलिस ने तकनीकी जांच और बैंक के सहयोग से अब तक हज़ारों लोगों की राशि वापस दिलवाई है, लेकिन लाखों लोग अभी भी न्याय की उम्मीद कर रहे हैं।


प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि किसी भी धार्मिक आयोजन या प्रसाद वितरण जैसे मामलों में सिर्फ़ आधिकारिक और विश्वसनीय स्रोतों पर ही भरोसा करें। सोशल मीडिया या अनजान वेबसाइट्स पर दिखाए जाने वाले लिंक पर पैसा देने से पहले उनकी सत्यता ज़रूर जांच लें, ताकि फिर कोई भगवान के नाम पर इस तरह ठगा न जाए।