UP NEWS: मां ने तीन बच्चों के साथ तालाब में कूदकर दी जान, चार मौतों से दहल उठा गांव

भदोही: भदोही ज़िले के दुर्गागंज थाना क्षेत्र के शेरपुर गोपलहां गांव में शुक्रवार की सुबह एक दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आई। एक महिला ने अपने तीन बच्चों के साथ तालाब में कूदकर जान दे दी। पति पहले ही अपनी मां को खो चुका था और अब पत्नी-बच्चों की मौत से पूरी तरह टूट गया। घटना की सूचना पर मौके पर पहुंचे लोग और पुलिस भी स्तब्ध रह गए। गांव में मातम का माहौल है और हर कोई इस घटना के पीछे की वजह को समझने की कोशिश कर रहा है।
"काश मैं कमरे से बाहर न गया होता..." – दर्द में डूबा पति
मृतका के पति सुनील ने बताया कि चार दिन पहले ही उसकी मां का निधन हुआ था। शुक्रवार सुबह करीब 3 बजे वह घर से कुछ दूर बनी पाही (झोपड़ी) में अपने पिता के पास गया था। इसी बीच उसकी पत्नी अन्नू (उम्र लगभग 30 वर्ष) तीन बच्चों को लेकर घर से निकल गई। कुछ देर बाद जब सुनील कमरे में लौटा तो पत्नी और बच्चे वहां नहीं थे। खोजबीन के दौरान उसे मोबाइल नहीं मिला तो उसने कॉल किया। कॉल गांव के ही जीतनारायण के पास जा लगी, जिनके अनुसार उन्हें तालाब के पास एक मोबाइल पड़ा मिला था। यह सुनकर सुनील और गांव वाले तालाब की ओर दौड़े, जहां उन्हें चप्पलें पड़ी मिलीं। इसके बाद शक यकीन में बदल गया और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ।
8 घंटे चला रेस्क्यू, तालाब से निकाले गए चारों शव
गांव के मल्लाह और पुलिस ने करीब 8 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। सबसे पहले 6 साल के बेटे दिव्यांश का शव मिला, फिर बारी-बारी से अन्य दो बच्चों और महिला अन्नू का शव तालाब से बाहर निकाला गया। इस दौरान पूरा गांव तालाब किनारे मौजूद था और हर आंख नम थी। किसी को समझ नहीं आ रहा था कि अन्नू ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया।
पड़ोसी की आंखों के सामने गई जान, अफसोस ने तोड़ा
अन्नू को जाते हुए पड़ोस की महिला अमृता ने देखा था। उन्होंने बताया, “अन्नू दोनों बेटों का हाथ पकड़े थी और बेटी हाथ में पानी की बोतल लेकर आगे चल रही थी। मुझे लगा वे शौच के लिए जा रहे हैं, अगर जरा भी अंदाज़ा होता तो मैं रोक लेती।” घटना के बाद अमृता खुद को दोष दे रही हैं और बार-बार यही कह रही हैं कि "काश रोक लेती, तो सब बच जाते।"
जानबूझकर बुलाया था बेटा, हो सकता है पहले से बनाई हो योजना
स्थानीय लोगों का मानना है कि महिला अन्नू पहले से ही ऐसा कुछ करने का मन बना चुकी थी। क्योंकि उसका 6 साल का बेटा दिव्यांश अपने नाना के घर गया हुआ था। लेकिन बुधवार शाम उसने ज़बरदस्ती फोन कर बेटे को बुलाया, यह कहकर कि "दादी को पानी देना है"। दिव्यांश के नाना शीतला प्रसाद यादव, जो आनंदडीह बसावनपुर के रहने वाले हैं, खुद बच्चे को घर छोड़कर आए थे। अब वह अपनी बेटी और दोनों नातियों के गम में टूट चुके हैं।
पुलिस कर रही जांच, कई सवाल बाकी
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अब पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुटी है, ताकि यह साफ हो सके कि अन्नू ने ऐसा कदम क्यों उठाया।