UP NEWS: गोंडा के इस बेटी की शादी में STF और गोंडा पुलिस बनेंगे घराती, धूमधाम से होगी शादी जानिए क्या है पूरा मामला!

UP NEWS: गोंडा के इस बेटी की शादी में STF और गोंडा पुलिस बने

गोंडा, उत्तर प्रदेश: जो बेटी भाई की अर्थी के बाद मायूसी में डूबी थी, अब उसकी शादी में दुल्हन की डोली उठेगी और “घराती” बनकर साथ निभाएगी पुलिस। गोंडा जिले के डिक्सिर गांव की इस मार्मिक कहानी ने न सिर्फ दिलों को छुआ है, बल्कि उत्तर प्रदेश पुलिस की संवेदनशीलता और जिम्मेदारी का एक नया चेहरा भी सामने रखा है।


लूट, हत्या और टूटी शादी — एक ही रात में उजड़ गया सपना

24 अप्रैल 2025 की रात डिक्सिर गांव के देवीदीन के घर पर जो हुआ, उसने पूरे गांव को हिला दिया। बदमाश घर में घुसे, लूटपाट की, और जब छोटे भाई शिवदीन ने विरोध किया, तो उसे गोली मार दी गई। सबसे बड़ी चोट तब लगी जब उसी शादी के लिए रखे गहने, नकदी और ज़रूरी सामान भी लूट लिए गए — और परिवार की बहन की शादी की सारी तैयारी एक ही झटके में उजड़ गई।


एसटीएफ ने नहीं छोड़ा साथ, लुटे हुए सपनों को दिया सहारा

इस दर्दनाक हादसे के बाद, उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और गोंडा पुलिस ने न सिर्फ अपराधियों को पकड़ने की जिम्मेदारी निभाई, बल्कि बेटी के टूटे सपनों को भी फिर से जोड़ने की पहल की। STF और पुलिस ने यह तय किया कि अब इस बेटी की शादी का पूरा खर्च वे खुद उठाएंगे।

5 जून 2025 को होने वाली इस शादी में पुलिस पूरी तरह घराती बनकर शामिल होगी।


मुठभेड़ में ढेर हुए दोनों इनामी अपराधी

एसटीएफ ने इस घटना में शामिल एक-एक लाख के इनामी बदमाश सोनू उर्फ भुर्रे पासी और ज्ञानचंद्र पासी को 19 मई की रात मुठभेड़ में ढेर कर दिया। सोनू पर 48 से ज़्यादा संगीन केस थे और वह करनैलगंज का हिस्ट्रीशीटर था। मुठभेड़ के दौरान दोनों ने पुलिस पर फायरिंग की, जिसमें थानाध्यक्ष नरेंद्र राय की जैकेट पर भी गोली लगी, लेकिन वह सुरक्षित रहे। इससे पहले तीन अन्य आरोपी — बृजेश उर्फ छोटू, पल्लू और नानमुन्ना को गिरफ्तार किया जा चुका था।


पुलिस सिर्फ कानून नहीं, एक परिवार भी है’ – एसपी विनीत जायसवाल

गोंडा के पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने कहा, “हमारा काम सिर्फ अपराधियों को पकड़ना नहीं है, पीड़ित को फिर से खड़ा करना भी हमारा कर्तव्य है। हम चाहते हैं कि यह शादी पीड़ित परिवार के लिए एक नई शुरुआत बने।”


गांव के लोग बोले – “पुलिस ने दिल जीत लिया”

डिक्सिर गांव में पुलिस की इस पहल की जमकर तारीफ हो रही है। ग्रामीणों का कहना है कि इस कदम से ना केवल परिवार को राहत मिली है, बल्कि पुलिस की छवि भी एक बार फिर लोगों के दिल में बैठ गई है।


5 जून को गूंजेगी शहनाई, मुस्कराएगी दुल्हन

5 जून को जब डिक्सिर गांव में बारात आएगी, तब यह केवल एक शादी नहीं होगी — यह समाज में इंसानियत, संवेदनशीलता और भरोसे की जीत होगी। एक तरफ जहां यूपी एसटीएफ अपराध के खिलाफ बुलंद आवाज़ है, वहीं दूसरी ओर उन्होंने यह साबित किया कि “पुलिस सिर्फ डंडा नहीं, सहारा भी होती है।”