UP NEWS: इंसाफ के लिए अधिकारियों के चक्कर लगाना बंद करें, सीधे फोन कर मुख्‍यमंत्री से बता सकते हैं अपना दुख दर्द

UP NEWS: इंसाफ के लिए अधिकारियों के चक्कर लगाना बंद करें, सी

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की जनता ने दोबारा मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ पर भरोसा जताया। जनता ने उन्हें फिर से लखनऊ भेजा है, और इसका सबसे बड़ा कारण है उनकी साफ छवि, सख्त प्रशासन और कानून व्यवस्था पर पकड़। पूरे देश में 'योगी मॉडल' की चर्चा है — चाहे वो अपराधियों पर बुलडोजर चलाना हो, या एनकाउंटर के ज़रिए कानून तोड़ने वालों पर सीधी कार्रवाई। यही वजह है कि आम जनता को अब लगता है कि उनकी समस्याएं सीधे मुख्यमंत्री तक पहुंच सकती हैं।


अगर आप भी अपनी कोई शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंचाना चाहते हैं, तो यह अब बहुत आसान है। आप मोबाइल से ही उन्हें व्हाट्सऐप पर मैसेज भेज सकते हैं। उनका व्हाट्सऐप नंबर 9454404444 है। इसके अलावा एक हेल्पलाइन नंबर 1076 भी जारी किया गया है, जिस पर आप कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।


सरकार ने एक ऑफिशियल वेबसाइट yogiadityanath.in भी शुरू की है, जहां पर आप ऑनलाइन जुड़ सकते हैं और अपनी समस्या, सुझाव या राय भेज सकते हैं। इसके अलावा 'सीएम योगी संपर्क' नाम का एक मोबाइल ऐप भी उपलब्ध है, जिसे आप गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। इस ऐप के जरिए सीधे सीएम ऑफिस से संपर्क किया जा सकता है।


योगी आदित्यनाथ सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहते हैं। ट्विटर और फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म पर भी आप अपनी बात उन्हें टैग करके या मैसेज भेजकर पहुंचा सकते हैं। सरकार का दावा है कि शिकायत मिलने के 3 से 4 दिन के भीतर उस पर कार्रवाई की जाएगी। अगर समाधान नहीं होता है, तो जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई भी की जाएगी।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जन्म उत्तराखंड के पौड़ी जिले में 5 जून 1972 को हुआ था। उनका असली नाम अजीत सिंह बिष्ट है। उन्होंने 1993 में गोरखनाथ मंदिर में सन्यास लिया और महंत अवैद्यनाथ के शिष्य बने। उसके बाद वे गोरखपुर से सांसद बने और धीरे-धीरे भारतीय राजनीति का बड़ा चेहरा बन गए। 2017 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने और 2022 में दोबारा मुख्यमंत्री चुने गए।


आज योगी आदित्यनाथ सिर्फ उत्तर प्रदेश नहीं, बल्कि देशभर में सुशासन का एक मजबूत प्रतीक बन चुके हैं। अगर आपके पास कोई समस्या है तो अब आप सीधे मुख्यमंत्री तक अपनी बात पहुंचा सकते हैं — वो भी मोबाइल या इंटरनेट के जरिए, बड़ी आसानी से।