नोएडा के सेक्टर-126 स्थित चार प्रमुख स्कूलों—ज्ञानश्री, मयूर पब्लिक स्कूल, द हेरिटेज और स्टेप बाय स्टेप स्कूल—को मंगलवार रात एक ई-मेल के माध्यम से बम से उड़ाने और बच्चों को मारने की धमकी दी गई। यह धमकी ई-मेल एक नौंवी कक्षा के छात्र ने भेजी थी। अगले दिन यानी बुधवार को जब स्कूल प्रबंधकों ने ई-मेल चेक किया, तो उनकी हालत खराब हो गई और तुरंत पुलिस को सूचित किया गया।
ई-मेल के जरिए भेजा था मैसेज
मंगलवार रात 12 बजे ई-मेल भेजने के बाद, बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे स्कूलों के प्रबंधन ने इसे देखा। ई-मेल में लिखा था कि सभी बच्चों को मारकर बदला लिया जाएगा। इस धमकी के बाद, स्कूल प्रशासन ने तुरंत पुलिस को सूचित किया, और स्कूल परिसर को खाली कराया गया। बम निरोधक दस्ता, डॉग स्क्वाड और भारी पुलिस बल के साथ स्कूलों में जांच शुरू की गई।
पुलिस कार्रवाई
पुलिस अधिकारियों ने स्कूलों की पूरी छानबीन की, और दो घंटे की जांच के बाद कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। इसके बाद राहत की सांस ली गई। डीसीपी रामबदन सिंह के अनुसार, साइबर सुरक्षा टीमों ने ई-मेल भेजने वाले छात्र का पता लगाया। यह छात्र नोएडा के एक स्कूल का नौंवी कक्षा का छात्र था। छात्र ने पुलिस से बात करते हुए बताया कि वह स्कूल नहीं जाना चाहता था, इसलिए उसने धमकी भरा ई-मेल भेजने की योजना बनाई। शुरुआत में उसने अपने स्कूल को धमकी दी, लेकिन फिर उसने डर के चलते अन्य तीन स्कूलों को भी मेल भेज दिया।
स्कूलों में अस्थायी व्यवधान
ई-मेल प्राप्त होते ही स्कूल प्रबंधन ने तुरंत सभी कक्षाओं को बंद किया और छात्रों को बाहर निकाला। अभिभावक भी बच्चों को लेने स्कूल पहुंचे। कुछ छात्रों को जिन्होंने बस से स्कूल आए थे, उन्हें फिर से बस में भेज दिया गया। हालांकि, कुछ स्कूलों में विषय आधारित परीक्षा चल रही थी, जहां पुलिस जांच के बाद छात्रों को परीक्षा में बैठने दिया गया. यह घटना एक गंभीर साजिश की तरह दिखती है, जिसमें एक नाबालिग छात्र ने न केवल स्कूलों में हड़कंप मचाया, बल्कि सुरक्षा अधिकारियों को भी बड़ी चुनौती दी। हालांकि, पुलिस ने जल्द ही मामले का खुलासा करते हुए आरोपी छात्र को पकड़ लिया। यह घटना एक उदाहरण बनकर सामने आई है कि कैसे कभी-कभी नाबालिगों के अप्रत्याशित कृत्य बड़े संकट का रूप ले सकते हैं, और इस प्रकार के मामलों में सतर्कता बरतनी चाहिए।