UP weather: यूपी में आंधी-बारिश का कहर, 55 लोगों की मौत, सीएम ने दिए राहत कार्य के निर्देश

UP weather: यूपी में आंधी-बारिश का कहर, 55 लोगों की मौत, सीए

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बुधवार रात से गुरुवार सुबह तक तेज आंधी और बारिश ने जबरदस्त तबाही मचाई। पेड़, बिजली के पोल और दीवारें गिरने से प्रदेश भर में हादसे हुए, जिनमें अब तक 55 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। कई जगहों पर घरों की छतें उड़ गईं और बिजली आपूर्ति ठप हो गई।


बुलंदशहर में तूफान की रफ्तार 89 किमी प्रति घंटा तक पहुंची, जबकि मेरठ में यह 80 किमी प्रति घंटा रही। आगरा, अलीगढ़ और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में भी 50 से 80 किमी प्रति घंटा की हवाएं चलीं।


राजधानी लखनऊ और अवध क्षेत्र के 12 जिलों में देर रात आंधी के साथ तेज बारिश हुई। अंबेडकरनगर के कुसुमखोर गांव में बिजली गिरने से अजय सिंह उर्फ गुड्डू की मौत हो गई। अमेठी में दीवार गिरने से सीतापति और अयोध्या में सूर्यकला की जान चली गई।


ब्रज क्षेत्र में 17 लोगों की मौत हो गई, जिसमें आगरा में तीन, कासगंज में छह (चार महिलाएं), एटा में पांच, फिरोजाबाद में दो महिलाएं और टूंडला में एक बच्चे की मौत शामिल है। बदायूं में एक महिला मलबे में दबकर जान गंवा बैठी।


बुंदेलखंड और कानपुर क्षेत्र में सबसे ज्यादा तबाही

कानपुर और आसपास के जिलों में कुल 22 लोगों की मौत हुई है। फतेहपुर में 5, औरैया में 4, कानपुर और कन्नौज में 3-3, इटावा और कानपुर देहात में 2-2, झांसी में 2 और चित्रकूट में 1 व्यक्ति की जान गई।


अन्य जिलों की स्थिति भी गंभीर

आजमगढ़ में बिजली गिरने से युवक की मौत

हाथरस में एक युवक और अलीगढ़ में एक वृद्धा की मौत

मेरठ में 1, बागपत में 2 लोगों की मौत हुई


आज भी आंधी-बारिश का अलर्ट

मौसम विभाग ने शुक्रवार को 65 से अधिक जिलों में तेज हवाओं और बारिश की संभावना जताई है। वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार, अरब सागर में बने कम दबाव क्षेत्र के चलते शनिवार से बारिश की तीव्रता और बढ़ेगी। इससे तापमान में गिरावट आ सकती है और लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिलेगी।


मुख्यमंत्री योगी ने दिए सख्त निर्देश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रभावित जिलों के अधिकारियों को तत्काल राहत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारी मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लें, घायलों का इलाज कराएं और मृतकों के परिजनों को तत्काल राहत राशि उपलब्ध कराई जाए। इसके अलावा फसलों के नुकसान का भी सर्वे कर रिपोर्ट शासन को भेजने के आदेश दिए गए हैं।