UP news - यूपी की योगी सरकार ने बदल दिया विंध्याचल स्टेशन का नाम, कैबिनेट ने दी मंजूरी

UP news - योगी सरकार ने एक और रेलवे स्टेशन का नाम बदलने का फैसला लिया है। योगी कैबिनेट ने आज विंध्याचल स्टेशन के नाम को बदलने के प्रस्ताव को मंजूरी दी।

UP news - यूपी की योगी सरकार ने बदल दिया  विंध्याचल  स्टेशन

Lucknow - यूपी की योगी सरकार ने कई शहरों और जिलों का नाम बदला है। जिसमें अब विंध्याचल भी शामिल हो गया है।  उत्तर प्रदेश सरकार ने विध्याचल रेलवे स्टेशन का नाम बदलने की मंजूरी दे दी है. अब इस स्टेशन को विंध्याचल धाम रेलवे स्टेशन के नाम से जाना जाएगा. यह निर्णय प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया है> इस कदम का मुख्य उद्देश्य धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान को बढ़ाना और मां विंध्यवासिनी देवी के भक्तों को स्टेशन के नाम से ही धाम का आभास कराना है.

नाम बदलने का कारण

विध्याचल रेलवे स्टेशन का नाम बदलने की मांग लंबे समय से की जा रही थी. मान्यता है कि यह स्टेशन मां विंध्यवासिनी देवी के मंदिर के बहुत करीब है. यह मंदिर देशभर के लाखों भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है. नाम में "धाम" शब्द जोड़ने से स्टेशन की धार्मिक पहचान और मजबूत होगी. यह बदलाव धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने की यूपी सरकार की व्यापक रणनीति का एक हिस्सा है.

ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व

मिर्जापुर जिले में स्थित मां विंध्यवासिनी देवी का मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है. पुराणों में इस स्थान का विशेष उल्लेख है. विंध्याचल को तंत्र-साधना का एक प्रमुख केंद्र भी माना जाता है. हर साल नवरात्रि और अन्य त्योहारों के दौरान यहां लाखों श्रद्धालु आते हैं. रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर विंध्याचल धाम करने से भक्तों को उनके गंतव्य की पहचान करने में आसानी होगी और क्षेत्र की धार्मिक गरिमा में भी वृद्धि होगी.

सरकार की योजनाएं और भविष्य

उत्तर प्रदेश सरकार राज्य में प्रमुख धार्मिक स्थलों को विकसित करने के लिए लगातार काम कर रही है. अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के बाद, काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर और मथुरा में चल रहे विकास कार्य भी इसी दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं. विंध्याचल धाम के नाम पर रेलवे स्टेशन का नामकरण भी इसी तरह की एक पहल है. यह आने वाले समय में क्षेत्र में पर्यटन और बुनियादी ढांचे के विकास को और गति देगा.

क्षेत्र पर प्रभाव

नाम बदलने के बाद, विंध्याचल क्षेत्र में पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है. यह निर्णय केवल नाम बदलने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास को भी गति दे सकता है. रेलवे स्टेशन पर बढ़ती भीड़ के लिए सुविधाओं का विस्तार करने की जरूरत होगी, जिससे स्थानीय व्यवसाय और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. यह कदम विंध्य क्षेत्र को देश के प्रमुख धार्मिक पर्यटन स्थलों में से एक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है.