UP Politics: आखिर कौन हैं सपा नेता इरफान सोलंकी? आजम खान के बाद अब सोलंकी भी आएंगे जेल से बाहर, जानिए क्या था मामला?

कानपुर: कानपुर के सीनियर समाजवादी पार्टी नेता और पूर्व विधायक इरफान सोलंकी को इलाहाबाद हाई कोर्ट से जमानत मिल गई है। इसके बाद उनके जेल से बाहर आने की संभावना तेज हो गई है। गौरतलब है कि 7 जून 2024 को कानपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट ने इरफान सोलंकी, उनके भाई रिजवान सोलंकी समेत पांच लोगों को महिला की जमीन हड़पने की कोशिश और उसके घर में आग लगाने के मामले में सात साल सश्रम कारावास की सजा सुनाई थी।
दिसंबर 2022 से जेल में बंद
इरफान सोलंकी दिसंबर 2022 से जेल में हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने भाई और साथियों के साथ मिलकर डिफेंस कॉलोनी निवासी नजीर फातिमा की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की और घर में आगजनी की। गिरफ्तारी के बाद उन्हें कानपुर से महाराजगंज जेल शिफ्ट कर दिया गया था। इस दौरान उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी मामला दर्ज हुआ।
विवादों से पुराना रिश्ता
इरफान सोलंकी का विवादों से पुराना नाता रहा है।
- 2011 में आईएएस अधिकारी ऋतु माहेश्वरी से कथित दुर्व्यवहार का मामला।
- 2017 में चुनाव आचार संहिता उल्लंघन का केस।
- फर्जी आधार कार्ड से हवाई यात्रा करने का आरोप।
- डिफेंस कॉलोनी आगजनी मामले में दोषी करार।
गैंगस्टर एक्ट में भी मिली राहत
महराजगंज जेल में बंद इरफान पर गैंग बनाकर आर्थिक लाभ उठाने और लोगों को डराने-धमकाने का आरोप लगा था। इस मामले में भी हाई कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी है। कोर्ट में इरफान की ओर से अधिवक्ता इमरान उल्ला और विनीत विक्रम ने पक्ष रखा, जबकि राज्य सरकार की ओर से अपर महाधिवक्ता मनीष गोयल ने जमानत का विरोध किया। आखिरकार अदालत ने इरफान और रिजवान दोनों को राहत दे दी।
ईडी की जांच और संपत्ति का खुलासा
कानपुर पुलिस अब तक इरफान की करीब 25 करोड़ की संपत्ति कुर्क कर चुकी है। उनकी कुल संपत्ति 150 से 200 करोड़ रुपये तक बताई जा रही है। हाल ही में पुलिस ने 100 करोड़ की बेनामी संपत्ति का भी पता लगाया था, जिस पर ईडी जांच कर रही है।
राजनीतिक पृष्ठभूमि
इरफान सोलंकी का जन्म 5 जून 1979 को राजस्थान के अजमेर में हुआ। वे सपा नेता हाजी मुश्ताक सोलंकी के बेटे हैं। 2007 में आर्यनगर सीट से उन्होंने पहली बार चुनाव जीता और लगातार तीन बार विधायक बने। उनकी पत्नी नसीम सोलंकी ने 2024 में सीसामऊ सीट से उपचुनाव जीता और अब विधायक हैं।
राजनीतिक असर
इरफान सोलंकी की जमानत से कानपुर की राजनीति में हलचल तेज होना तय है। पहले आजम खान को हाई कोर्ट से राहत मिली थी, अब इरफान सोलंकी के जेल से बाहर आने के बाद सपा कार्यकर्ताओं में उत्साह बढ़ सकता है।