भारत में हर साल 26 जनवरी यानी कि गणतंत्र दिवस बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है लेकिन यह क्यों मनाया जाता है यह बहुत कम लोगों को पता होगा जब आप किसी से पूछेंगे तो सबसे पहले वह गूगल करेंगे भारतीय संविधान के लागू होने और देश को गणराज्य घोषित करने का प्रतीक है 26 जनवरी। लेकिन इस साल एक सवाल ने कई लोगों को असमंजस में डाल दिया है 2025 में भारत क्षेत्र में गणतंत्र दिवस मनाएगा या 77वां तो आइए इस सवाल का जवाब जानते हैं।
26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान लागू हुआ था जिससे भारत एक संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक देश बना इसने ब्रिटिश शासन के भारत सरकार अधिनियम 1935 को पूरी तरह से खत्म कर दिया और देश में संविधान लागू हो गया पहला गणतंत्र दिवस समारोह 26 जनवरी 1950 को आयोजित किया गया था 26 नवंबर 1949 को संविधान बनकर तैयार हो गया था इसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया था और तब से हर साल यह दिन पूरे देश में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। गणतंत्र दिवस पर मुख्य आयोजन देश के बड़े-बड़े शहरों में किया जाता है झांकियां निकाली जाती है भ
भव्य परेड निकाली जाती है सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया जाता है।
गणतंत्र दिवस की गिनती 1950 से शुरू होती है जब इससे पहली बार मनाया गया था। 2025 में भारत ने एक लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में 75 वर्ष पूरे कर लिए हैं और अब यह अपने 76वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है यह दिन न केवल हमारे संविधान को सम्मानित करने का मौका है बल्कि यह भारतीय लोकतंत्र और उसकी विविधता की शक्ति का भी प्रतीक है। राजधानी लखनऊ में भी 26 जनवरी को लेकर विधानसभा के सामने भव्य तैयारियां की गई हैं गणतंत्र दिवस पर होने वाली भव्य परेड सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया जाएगा राजधानी वासी देशभक्ति के रंग में रंगने के लिए पूरी तरह से तैयार है।