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महाकुंभ में चर्चा में आए आईआईटी बाबा अभय सिंह ने अपनाया क्लीन शेव लुक, कहा 'श्रीकृष्ण और शिव से जुड़ा है मेरा नया रूप'

हाकुंभ में प्रसिद्ध आईआईटी बाबा उर्फ अभय सिंह ने गुरुवार को अपनी दाढ़ी-मूंछें हटाकर क्लीन शेव लुक अपनाया। उन्होंने श्रीकृष्ण और शिव से जुड़ते हुए अपने नए रूप को स्पिरिचुअलिटी का प्रतीक बताया।

महाकुंभ में चर्चा में आए आईआईटी बाबा अभय सिंह ने अपनाया क्लीन शेव लुक, कहा 'श्रीकृष्ण और शिव से जुड़ा है मेरा नया रूप'
आईआईटी बाबा उर्फ अभय सिंह- फोटो : social media

IIT baba abhay singh: महाकुंभ 2025 में सबसे ज्यादा चर्चित रहे आईआईटी बाबा, जिनका असली नाम अभय सिंह है, ने गुरुवार को अपने नए लुक से सभी को चौंका दिया। बाबा ने अपनी दाढ़ी और मूंछें खुद ही साफ कर लीं और क्लीन शेव हो गए। सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रहे आईआईटी बाबा के इस बदलाव ने और भी ज्यादा चर्चा बटोरी।

अचानक क्यों लिया क्लीन शेव होने का फैसला?

जब अभय सिंह से यह पूछा गया कि उन्होंने अचानक क्लीन शेव लुक क्यों अपनाया, तो उन्होंने इस पर साफगोई से जवाब दिया। उन्होंने कहा कि यह निर्णय महादेव के निर्देशों से प्रेरित है। "जब मैं इस यात्रा पर निकला था, तो महादेव ने मुझसे कहा था कि एक जगह पर एक ही रात बितानी है और आगे बढ़ते रहना है। उसी दौरान सेव (शेव) करने का समय नहीं मिलता था। अब समय मिला तो सेव कर लिया।

श्रीकृष्ण और शिव से जुड़ा नया रूप

अभय सिंह ने अपने नए रूप को श्रीकृष्ण और शिव से जोड़ते हुए कहा, "लोग मुझे आईआईटी वाले बाबा कहते थे क्योंकि मैंने दाढ़ी रखी हुई थी। लेकिन श्रीकृष्ण ने कभी दाढ़ी नहीं रखी, और वह भी योगेश्वर थे। इसी तरह, शिव भी बिना दाढ़ी के दिखाई देते हैं। अब लोग मुझे मेरे नए रूप के अनुसार पुकारेंगे।"

स्पिरिचुअलिटी और भगवान का अर्थ

जब अभय सिंह से पूछा गया कि क्या वह अब खुद को शिव या कृष्ण के रूप में देखना चाहते हैं, तो उन्होंने कहा, "भगवान सभी के अंदर हैं। स्पिरिचुअलिटी का असली मतलब यही है। अगर सभी भगवान हैं, तो हमें इसका ज्ञान क्यों नहीं है?" उन्होंने अहम ब्रह्मास्मि का उल्लेख करते हुए कहा कि यह वही सच्चाई है जिसे शंकराचार्य ने भी कहा था।

अभय सिंह ने बताया कि शिवोहम का मतलब है "मैं शिव हूं" और यह चेतना का एक स्तर है जिसे भगवान का टाइटल दिया जाता है। उन्होंने समझाया कि जब व्यक्ति शून्य चेतना के स्तर पर पहुंच जाता है, तो उसे महादेव कहा जाता है। उन्होंने कहा, "विष्णु वह चेतना है जो ज्ञान के रूप में प्रकट होती है, और वह हमेशा क्षीरसागर में सोते रहते हैं, एक तरह से ड्रीम करते रहते हैं।"

आईआईटी बाबा की अनूठी यात्रा और उनके नए रूप ने महाकुंभ में मचाई धूम

अभय सिंह, जिन्हें आईआईटी बाबा के नाम से जाना जाता है, का यह नया रूप स्पिरिचुअलिटी और भगवान के गहरे अर्थों से जुड़ा हुआ है। उनके विचार और उनके बदलाव ने महाकुंभ में लोगों के बीच एक नई चर्चा को जन्म दिया है।

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