Prayagraj Kumbh Mela Stampede: प्रयागराज में भगदड़ के बाद यूपी में हालात फिलहाल समान्य हैं। लोग अमृत स्नान कर रहे हैं। वहीं मौनी अमावस्या के अवसर पर श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। अब रामलला के दर्शन लगातार 18 घंटे तक उपलब्ध रहेंगे। दर्शन सुबह 5 बजे श्रृंगार आरती से शुरू होकर रात 11 बजे शयन आरती तक बिना किसी अवरोध के जारी रहेगा। इस दौरान मंदिर के पट बंद नहीं होंगे, जिससे श्रद्धालु निर्बाध रूप से अपने आराध्य के दर्शन कर सकेंगे।
नहीं बंद होंगे रामलला के पट
ट्रस्ट के मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने बताया कि ट्रस्ट की मंशा है कि अधिक से अधिक श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर सकें। जब तक अत्यधिक भीड़ बनी रहेगी, यह विशेष व्यवस्था जारी रखी जाएगी। सामान्य दिनों में दर्शन सुबह 7 बजे से 9:30 बजे तक होते हैं, लेकिन अब कुछ दिनों तक नई व्यवस्था के तहत श्रद्धालु बीच-बीच में होने वाली आरती के दर्शन का भी सौभाग्य प्राप्त कर सकेंगे। सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, भक्तों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए यह निर्णय आवश्यक था क्योंकि इस दौरान श्रद्धालुओं को एक पल के लिए भी रोका नहीं जा सकता।
अयोध्या में भक्तों की अपार भीड़
पिछले 15 दिनों से अयोध्या में लाखों श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है, जिसका सीधा असर स्थानीय व्यापार पर पड़ रहा है। अब तक लगभग 50 लाख से अधिक श्रद्धालु अयोध्या पहुंच चुके हैं, जिससे व्यापार में जबरदस्त उछाल आया है। अनुमान के मुताबिक, बीते पंद्रह दिनों में अयोध्या में व्यापार का आंकड़ा करीब 125 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है। अचानक इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन से छोटे दुकानदारों से लेकर बड़े होटलों और रेस्टोरेंट्स तक के व्यवसायियों के चेहरे खिल उठे हैं। रामलला की कृपा से अयोध्या में इस प्रकार आर्थिक उछाल आया है, जो शहर में होने वाले चार बड़े मेलों से भी अधिक है। अर्थव्यवस्था को भी इस भक्तिमय माहौल का बड़ा लाभ मिल रहा है।
प्रयागराज से सीधे अयोध्या पहुंच रहे श्रद्धालु
संगम में स्नान के बाद लाखों श्रद्धालु प्रयागराज से सीधे अयोध्या पहुंच रहे हैं, जिससे व्यापार को और अधिक गति मिल रही है। महाकुंभ से लौटने वाले श्रद्धालुओं ने भी बाजार में रौनक बढ़ा दी है। पूजा सामग्री, होटल-रेस्टोरेंट, मूर्ति विक्रेता, तिलक-चंदन लगाने वाले, हर प्रकार के छोटे-बड़े व्यापारी अच्छी कमाई कर रहे हैं। उनकी आय में चार से छह गुना तक की वृद्धि दर्ज की गई है। श्रद्धालुओं की लगातार बढ़ती संख्या ने अयोध्या के व्यापार को एक नई दिशा दी है। राममंदिर बनने के बाद से न केवल श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी है, बल्कि व्यापार भी दोगुना हो गया है। इससे स्पष्ट है कि धार्मिक पर्यटन अयोध्या की अर्थव्यवस्था के लिए एक नए युग की शुरुआत कर रहा है।