Stampede In Maha Kumbh Live 2025 : प्रयागराज में महाकुंभ के मौनी अमावस्या स्नान के दौरान मची भगदड़ के बाद सियासत गरमा गई है। विपक्ष के नेता लगातार योगी सरकार पर हमला बोल रहे हैं। इसी कड़ी में बिहार के पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव ने भी योगी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने बड़ा सवाल खड़ा करते हुए पूछा है कि यह सरकार है या जोकरों का अड्डा....। पप्पू यादव के इस बयान के बाद सियासी भूचाल आना तय है। पप्पू यादव ने कहा है कि ढोंगी आज आयोजन के नाम पर चेहरा चमका रहे हैं।
पप्पू यादव का बड़ा हमला
पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने सोशल मीडिया पर ट्विट कर कहा कि, "महाकुंभ में भगदड़ में दर्जनों लोग की मौत. यह बेहद दुखद है और मृतकों को विनम्र श्रद्धांजलि. लेकिन सवाल ये है कि यह सरकार है या,जोकरों का अड्डा! हिंदू का ठेकेदार बनते हैं और एक कुंभ मेला भी आयोजित नहीं कर पाते हैं! पप्पू यादव ने कहा कि, 2013 में एक मुसलमान आजम खान महाकुंभ के प्रभारी मंत्री थे और शानदार आयोजन किया था. आज ढोंगी सिर्फ़ आयोजन के नाम पर अपना चेहरा चमकाते रहे हैं।
BJP के नेताओं के VIP राजनीतिक स्नान और चेहरा चमकाने पर खर्च?
उन्होंने आगे कहा कि, कथित तौर पर 10000 करोड़ महाकुंभ के आयोजन पर खर्च हुआ, तो आमलोगों को सुविधा क्यों नहीं? सिर्फ BJP के नेताओं के VIP राजनीतिक स्नान और चेहरा चमकाने पर खर्च? भीड़ प्रबंधन की समुचित व्यवस्था क्यों नहीं? यह फरेबी हिन्दुओं की सरकार है! 10000 करोड़ की जांच हो,कहीं बड़ा घोटाला तो नहीं! बता दें कि भगदड़ के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने एक घंटे में दो बार CM योगी से बात की। उन्होंने राहत कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए और फिर दोबारा फोन कर ताजा अपडेट लिया। प्रशासन अब सतर्क मोड में है और भीड़ प्रबंधन को लेकर अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात कर दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री दें इस्तीफा
पप्पू यादव ने कहा कि, दुःखद है कि महाकुंभ में बदइंतज़ामी के कारण इतना बड़ा हादसा हो गया इतने हिंदू मारे गये,पूरा देश शोकाकुल है प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी ने दो शब्द का शोक भी व्यक्त नहीं किया! श्रद्धालु भक्तों को श्रद्धांजलि भी नहीं दिया! ज़िम्मेदारी तो क्या ख़ाक लेंगे बस पर्दा डालेंगे। पप्पू यादव ने कहा कि, हिन्दू श्रद्धालुओं को मरने को छोड़ दिया थोड़ी भी शर्म बची है तो मुख्यमंत्री इस्तीफा दो।
अखिलेश यादव ने भी साधा निशाना
वहीं इस मामले में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने भी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्विट कर लिखा कि, "महाकुंभ में आए संत समाज और श्रद्धालुओं में व्यवस्था के प्रति पुनर्विश्वास जगाने के लिए ये आवश्यक है कि उप्र शासन-प्रशासन के स्थान पर महाकुंभ का प्रशासन और प्रबंधन तत्काल सेना को सौंप देना चाहिए। ‘विश्वस्तरीय व्यवस्था’ करने के प्रचार करते हुए दावों की सच्चाई अब जब सबके सामने आ गयी है, तो जो लोग इसका दावा और मिथ्या प्रचार कर रहे थे, उन्हें इस हादसे में हत हुए लोगों की नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए अपना पद त्याग देना चाहिए"।