Bahraich Violence: मूर्ति विसर्जन के दौरान हुए भारी बवाल के बाद अब पुलिस प्रशासन एक्शन में आ गई है उपद्रव काटने वालों पर पुलिस शिकंजा कसना शुरू कर दिया है प्रशासन ने 24 घंटे के अंदर ही करीब 24 और लोगों को गिरफ्तार कर लिया है अब तक उपद्रव के मामले में 60 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है। और सभी को जेल भेजा जा चुका है जबकि 100 से अधिक लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। यही नहीं पुलिस शहर में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को भी खंगाल रही है उपद्रव के दौरान पुलिसकर्मियों के बनाए गए वीडियो से भी उपद्रवियों की पहचान की जा रही है क्योंकि जिस वक्त यह घटना हुई उस वक्त भारी संख्या में पुलिस वहां मौजूद थी अब सीसीटीवी की मदद से प्रशासन की ताबड़तोड़ छापेमारी की कार्रवाई को देख भीड़ में शामिल होकर उपद्रव करने वाले लोग फरार हैं।
हरदी थाना क्षेत्र के महाराजगंज बाजार में प्रतिमा विसर्जन के दौरान मकान से पथराव के बाद रेहुआ मंसूर गांव निवासी 22 वर्षीय रामगोपाल मिश्र की हत्या के बाद आक्रोशित भीड़ ने महराजगंज बाजार में तोड़फोड कर आगजनी की थी। शहर में भी स्टीलगंज तालाब के पास बाइक में आग लगा दी गई। अस्पताल चौराहे पर कई दुकानों को जला दिया गया था। काजीकटरा में भी आगजनी का प्रयास किया गया। पुलिस और उपद्रवियों के बीच काफी समय तक नोक झोक चलती रही लेकिन पुलिस उपद्रवियों को काबू करने में नाकाम रही बवाल के बाद एसटीएफ चीफ हाथ में पिस्तौल लेकर सड़कों पर दौड़ रहे थे तब जाकर हिंसा पर काबू पाया गया।
महाराजगंज बाजार में प्रतिमा विसर्जन के दौरान रामगांव के रेहुआ मंसूर गांव निवासी 22 वर्षीय रामगोपाल मिश्र को घर में घसीटकर ले जाने और उसकी बर्बरतापूर्वक पिटाई कर उसके नाखून को उखाड़कर गोली मारकर हत्या मामले में हरदी पुलिस को 10 लोगों की तलाश है। थानाध्यक्ष कमल शंकर चतुर्वेदी ने बताया कि महराजगज निवासी अब्दुल हमीद, रिंकू उर्फ सरफराज, फहीम, राजा उर्फ साहिर खान, रेहुवा मंसूर निवासी ननकऊ व मारूफ अली नामजद हैं. पुलिस सभी की लताश में जुटी हुई है..