Khalistani Encounter: पंजाब के गुरदासपुर में पुलिस चौकी पर ग्रेनेड फेंकने की घटना को अंजाम देने वाले तीन खालिस्तानी आतंकियों की साजिश का बड़ा खुलासा हुआ है। जांच में पता चला है कि घटना को अंजाम देने के बाद ये आतंकी उत्तर प्रदेश के पीलीभीत के पूरनपुर पहुंचे और पटना भागने की योजना बना रहे थे।
होटल में रुकने और लोकल संपर्कों की जांच
आतंकियों ने पूरनपुर में एक होटल को सुरक्षित ठिकाना समझकर वहां रुकने का फैसला किया। स्थानीय संपर्कों की मदद से वे वहां ठहरे, जब तक उन्हें अपने आकाओं से निर्देश नहीं मिल गया। पूरनपुर के दो स्थानीय युवकों ने आतंकियों की मदद की, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि उनकी गतिविधियां पहले से योजनाबद्ध थीं।
Pilibhit, UP:
— The_anonymous_wave (@anonymouswave1) December 23, 2024
Three Khalistani terrorists belonging to Khalistan Commando Force were killed in a joint operation by Punjab and UP Police. The police also seized two AKs, one glock pistol and ammunition. pic.twitter.com/FC3f94vc4D
पुलिस की जांच में बरामद सबूत
पुलिस की जांच में आतंकियों के पास से तीन मोबाइल फोन बरामद हुए हैं, जिन्हें जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा गया है।मोबाइल की कॉल डिटेल और जंकी ऐप के उपयोग से पुलिस को अहम सुराग मिलने की उम्मीद है।
पटना भागने की योजना
आतंकी पंजाब की घटना के बाद पटना भागने की फिराक में थे। पटना में कुछ दिन रुककर गतिविधियों के शांत होने का इंतजार करना और आकाओं के निर्देशों का पालन करना।
पुलिस की कार्रवाई और मुठभेड़
पूरनपुर में पुलिस के मुठभेड़ दौरान तीनों आतंकियों को मार गिराया। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि पूरनपुर पहुंचने का मकसद सिर्फ इत्तेफाक था या यह पूरी साजिश का हिस्सा था।
साजिश से जुड़े सवाल और पुलिस की तफ्तीश
दो युवकों का आतंकियों से संपर्क और मदद करना उनकी साजिश को और मजबूत करता है। पटना पहुंचने के बाद आतंकियों की अगली कार्रवाई क्या होनी थी, यह पता लगाने के लिए जांच जारी है।
पंजाब पुलिस चौकी पर हमला
पंजाब पुलिस चौकी पर हमले से लेकर पूरनपुर पहुंचने और पटना भागने की योजना तक, इस पूरे मामले ने आतंकी साजिश की गंभीरता को उजागर किया है। पुलिस अब आतंकियों के नेटवर्क और उनके आकाओं का पता लगाने में जुटी है।