UP NEWS: उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के सिरसाकलार थाना क्षेत्र में गुरुवार शाम को एक दिल दहला देने वाली घटना घटी। टिकरी गांव निवासी 32 वर्षीय कुंवर सिंह ने अपनी पत्नी और उसके प्रेमी को आपत्तिजनक स्थिति में देखने के बाद गुस्से में आकर उनकी कुल्हाड़ी से हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गया, लेकिन पुलिस ने उसे कुछ ही घंटों में गिरफ्तार कर लिया।
कुंवर सिंह, जो नोएडा में मजदूरी करता था, चार महीने बाद अचानक घर लौटा। उसकी पत्नी आरती (30) और चुर्खी थाना क्षेत्र के टिकावली गांव निवासी छविनाथ उर्फ छक्की (33) को कमरे में आपत्तिजनक हालत में देखकर उसका गुस्सा फूट पड़ा। गुस्से से बेकाबू होकर उसने घर में रखी कुल्हाड़ी उठाई और दोनों पर जानलेवा हमला कर दिया। घटना स्थल पर ही दोनों की मौत हो गई। चीख-पुकार सुनकर जब परिजन और पड़ोसी मौके पर पहुंचे, तो वहां का नजारा बेहद दर्दनाक था। दोनों के लहूलुहान शव देखकर सभी स्तब्ध रह गए। तत्काल पुलिस को सूचना दी गई, जिसके बाद पुलिस और फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए।
प्रेम प्रसंग का मामला
आरती और छविनाथ के बीच पिछले तीन महीनों से संबंध थे। छविनाथ अक्सर टिकरी गांव में अपनी भतीजी के घर आता-जाता था, जहां उसकी मुलाकात आरती से हुई। दोनों के बीच बढ़ती नजदीकियों ने प्रेम प्रसंग का रूप ले लिया। कुंवर सिंह को भी इन सबकी भनक थी, और उसने कई बार अपनी पत्नी को समझाने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी। आरती का यह पहला प्रेम प्रसंग नहीं था। कुछ समय पहले, गांव के एक अन्य युवक के साथ भी उसका संबंध था, जिसे कुंवर सिंह ने खुद देखा था। तब विवाद के बाद कुंवर ने अपनी पत्नी से दूरी बना ली और नोएडा चला गया।
पुलिस कार्रवाई और बयान
घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस ने मृतका आरती के भाई धर्मेंद्र की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया। सिरसाकलार थाना पुलिस ने आरोपी कुंवर सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार ने पुष्टि की कि हत्या का कारण प्रेम प्रसंग था और मामले की गहराई से जांच की जा रही है।
यह घटना रिश्तों में विश्वास, संवाद और संयम की कमी का दुष्परिणाम है। पारिवारिक समस्याओं को हल करने के लिए संवाद और समझदारी बेहद जरूरी है। गुस्से में लिए गए फैसले केवल दुख और बर्बादी लेकर आते हैं। समाज को यह समझना होगा कि हिंसा कभी समाधान नहीं हो सकती। यह दुखद घटना इस बात की चेतावनी देती है कि भावनाओं और गुस्से पर नियंत्रण रखना, रिश्तों में ईमानदारी बनाए रखना और समस्याओं का शांतिपूर्ण समाधान खोजना ही एक बेहतर समाज की ओर ले जा सकता है।