लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री, अनिल कुमार ने इन्दिरा गांधी नक्षत्रषाला, लखनऊ का निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान, मंत्री जी ने नक्षत्रषाला के आधुनिकीकरण कार्यों की समीक्षा की। इस अवसर पर श्री प्रसन्न चैधरी, विधायक, शामली विधानसभा भी उपस्थित थे।
निरीक्षण के दौरान मंत्री जी ने इन्दिरा गांधी नक्षत्रषाला, लखनऊ के नक्षत्रषाला उपकरणों के बारे में निदेशक, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से जानकारी प्राप्त की। नक्षत्रषाला में पूर्व में आप्टोमैकेनिकल तकनीक आधारित उपकरण स्थापित थे, लेकिन इन उपकरणों के माध्यम से संचालित होने वाले नक्षत्रषाला शो को मार्च 2023 से बंद कर दिया गया था। वर्तमान में इन उपकरणों के आधुनिकीकरण का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। अब, आप्टोमैकेनिकल तकनीक के स्थान पर डिजिटल 3D/2D 8K तकनीक पर आधारित नए उपकरण स्थापित किए गए हैं। इसके साथ ही नैनोसीम डोम की भी स्थापना की गई है, जिससे वास्तविक रात्री आकाश के दर्शन किए जा सकते हैं।
इन अत्याधुनिक उपकरणों की सहायता से अब नक्षत्रषाला में एक ही दिन में कई प्रकार के नक्षत्रषाला शो 3D/2D में चलाए जा सकते हैं, जो पहले संभव नहीं था। इन उपकरणों के माध्यम से नए नक्षत्रषाला शो भी तैयार किए जा सकते हैं, जिन्हें जनसामान्य के लिए प्रदर्शित किया जाएगा। निदेशक, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद ने यह भी जानकारी दी कि नक्षत्रषाला सॉफ़्टवेयर के माध्यम से किसी भी स्थान के रात्रि आकाश का दस हजार वर्ष आगे और दस हजार वर्ष पीछे का आकाश दर्शन किया जा सकता है, साथ ही खगोलीय नक्षत्रों की स्थिति का पता भी लगाया जा सकता है।
नक्षत्रषाला में अब न केवल स्पेस साइंस और एस्ट्रोनामी, बल्कि विज्ञान की अन्य शाखाओं जैसे भौतिकी, जीवविज्ञान, रसायन विज्ञान, कला इत्यादि से संबंधित प्रस्तुतीकरण भी किए जा सकेंगे। इसके अतिरिक्त, नक्षत्रषाला में अत्याधुनिक साउंड सिस्टम भी स्थापित किया गया है, और भूमि पर खगोलकी प्रदर्शनी स्थापित करने की प्रक्रिया भी जारी है। मंत्री अनिल कुमार ने निर्देश दिए कि इन्दिरा गांधी नक्षत्रषाला, लखनऊ को शीघ्र ही जनसामान्य के लिए संचालित किया जाए। उन्होंने नक्षत्रषाला को और अधिक सुविधाजनक बनाने, सभी विद्यार्थियों तक इसकी पहुँच सुनिश्चित करने, और नक्षत्रषाला के टिकटों को ऑनलाइन टिकट बुकिंग साइट्स से जोड़ने के लिए भी निर्देश दिए।
इसके अलावा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, उत्तर प्रदेश द्वारा जनपद आगरा, वाराणसी, बरेली और बांदा में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पार्क की स्थापना की जा रही है, जिनमें नक्षत्रषाला की भी स्थापना की जाएगी। साथ ही, गाजियाबाद में मिनी साइंस पार्क का संचालन किया जा रहा है। आगामी समय में प्रदेश के सभी मंडलों में विज्ञान पार्क और नक्षत्रषाला की स्थापना की जाएगी।
इस समीक्षा बैठक में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख सचिव श्री पन्धारी यादव, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, उत्तर प्रदेश के सचिव एवं निदेशक श्री शीलधर सिंह यादव, परिषद के सभी संयुक्त निदेशक तथा वैज्ञानिक अधिकारी भी मौजूद थे।