Parliament winter Session: संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान संसद में सपा प्रमुख अखिलेश यादव और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह आपस में भिड़ गए। दरअसल, ससंद में अलिखेश यादव संभल मुद्दा पर बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने संभल हिंसा को एक सोची समझी साजिश बताई। उन्होंने बीजेपी पर देश में भाईचारा खत्म करने का आरोप लगाया। अखिलेश यादव संसद में बोल ही रहे थे कि गिरिराज सिंह अपनी सीट से खड़े हो उन्होंने अखिलेश यादव की बातों का विरोध किया इस दौरान दोनों लोकसभा अध्यक्ष के सामने ही भिड़ गए। अखिलेश यादव ने इस दौरान गिरिराज सिंह की यात्रा पर भी हमला बोल दिया।
संभल हिंसा सुनियोजित साजिश
दरअसल, संसद में संभल मुद्दे पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि, संभल हिंसा एक सुनियोजित ढंग से रची गई साजिश है। साजिश के तहत वहां वर्षों से चले आ रहे भाईचारे को गोली मारी गई है। उन्होंने कहा कि संभल इसलिए ही जानी जाती थी कि वहां लोग वर्षों से भाईचारे के साथ रहते थे। संभल में भारतीय जनता पार्टी ने उस पुराने भाईचारे को गोली मारने का काम किया है। भाजपा और उसके सहयोगी, समर्थक और शुभचिंतक जो हर जगह खुदाई की बात कर रहे हैं उससे हमारे देश का सौहार्द, भाईचारा खत्म हो रहा है। बीजेपी के खुदाई वाली बात से देश की गंगा-जमुनी तहजीब खत्म हो जाएगा।
गिरिराज सिंह पर किया जोरदार हमला
वहीं संसद में अखिलेश यादव की बातों को बीच में टोकते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पलटवार करना शुरु कर दिया। वो अपनी सीट से खड़े हो गए और अखिलेश यादव के दावों को गलत बताते हुए नाराजगी जताने लगे। जिसपर अखिलेश यादव ने गिरिराज सिंह पर भी हमला किया उन्होंने कहा कि ये यात्रा रुकी क्यों है आजकल...यात्रा को दूसरी तरफ ले जाओ। यह बोलते हुए अखिलेश यादव संभल मुद्दे पर बोलना जारी रखा। इस दौरान गिरिराज सिंह के साथ पीयूष गोयल भी अखिलेश यादव की बातों पर नाराजगी जताते दिखें।
बीजेपी ने भाईचारे को मारी गोली
दोनों पक्षों में बढ़ते विवाद को देख लोकसभा अध्यक्ष ने सत्ता पक्ष के सांसदों को उनकी सीट पर बैठने को कहा। जिसके बाद गिरिराज सिंह अपनी सीट पर बैठ गए लेकिन पीयूष गोयल अखिलेश यादव के बातों पर पलटवार करते रहे। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि संभल हिंसा सोची समझी साजिश के तहत कराई गई है। संभल हिंसा कराने के लिए उपचुनाव के तारीख को भी बदला गया। पहले यूपी में उपचुनाव 13 नवंबर को होना था जिसे 20 नवंबर किया है। 19 नवंबर को संभल के जामा मस्जिद के सर्वे के लिए याचिका दाखिल हुई। बिना दूसरे पक्ष की दलील सूने कोर्ट ने सर्वे का आदेश दे दिया।
आरोपी पुलिस जवानों पर हो कार्रवाई
अखिलेश यादव ने कहा कि जब 23 नवंबर को अधिकारी संभल आदेश को पढ़े बिना सर्वे के लिए पहुंच गए। तब मस्जिद में मौजूद कमिटी के द्वारा सर्वे में सहयोग दिया गया। 2 घंटे के सर्वे के बाद जिलाधिकारी संभल ने कहा कि सर्वे पूरा हो गया है और रिपोर्ट कोर्ट को भेजा जाएगा। अखिलेश यादव ने दावा किया कि 23 नवंबर को पुलिस प्रशासन के द्वारा 24 नवंबर को दोबारा सर्वे कराने की बात की गई। और इस दौरान जिला प्रशासन के द्वारा तनाशाही अपनाई गई। अखिलेश यादव ने कहा कि पुलिस ने लोगों के ऊपर अपनी सराकरी और प्राइवेट हथियार से गोली चलाई है। उन्होंने कहा कि पुलिस के लोगों को निलंबित करना चाहिए और उनपर कार्रवाई करना चाहिए। अखिलेश यादव ने कहा कि ये लड़ाई दिल्ली और लखनऊ का है।