Nuclear Site Explosions:ईरान के परमाणु ठिकाने पर इजरायली हमले से बड़ा धमाका, कोम में आ गया भूकंप, चौथे दिन विकराल मोड़ पर पहुँचा इजराइल-ईरान टकराव
Nuclear Site Explosions: पश्चिम एशिया की धरती एक बार फिर बारूद की बू से कांप उठी है। ...

Nuclear Site Explosions: पश्चिम एशिया की धरती एक बार फिर बारूद की बू से कांप उठी है। सोमवार की सुबह, ईरान के पवित्र शहर कोम से सटे फोर्डो परमाणु स्थल पर हुए भीषण विस्फोटों ने समूचे क्षेत्र को हिला दिया। इस सनसनीखेज घटनाक्रम ने इज़राइल और ईरान के बीच चौथे दिन में प्रवेश कर चुके संघर्ष को नई तीव्रता प्रदान कर दी है।
सूत्रों के अनुसार, सुबह-सवेरे फोर्डो न्यूक्लियर फैसिलिटी के पास कई विस्फोटों की तेज़ आवाजें गूंज उठीं, जिनकी गूंज ने शहर कोम तक को चौंका दिया। साथ ही, इन धमाकों के बीच 2.5 तीव्रता का भूकंप भी दर्ज किया गया, जिसने इस आशंका को बल दिया कि यह कंपन धमाकों का ही परिणाम थे। यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि इज़राइली हमले के कारण परमाणु संयंत्र को भी गंभीर क्षति पहुंची है, हालांकि ईरान की ओर से अब तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
प्राप्त समाचारों के अनुसार, फोर्डो स्थल के आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों से बड़े-बड़े धुएं के गुबार और कंपन की रिपोर्ट्स सामने आई हैं। सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे वीडियो और चश्मदीदों के बयानों में भी इस भयावह घटना की पुष्टि की गई है।
इस हमले के जवाब में, ईरान ने भी पलटवार करते हुए लगभग 100 मिसाइलें इज़रायल की ओर दागी हैं। यह लगातार चौथा दिन है जब दोनों देशों के बीच गोले बरस रहे हैं। शुक्रवार से शुरू हुआ यह संघर्ष अब रक्तरंजित अध्यायों में तब्दील होता जा रहा है।
ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी है कि 13 जून से अब तक इज़राइली हमलों में कम से कम 224 ईरानी नागरिकों की मृत्यु हो चुकी है। दूसरी ओर, ईरानी मिसाइलों ने इज़राइल के भी कई हिस्सों में व्यापक जान-माल की क्षति पहुंचाई है।
अब यह टकराव केवल सैन्य सीमाओं तक सीमित नहीं रह गया, बल्कि यह रणनीतिक प्रतिष्ठानों, विशेष रूप से परमाणु ढांचों को केंद्र में रखकर लड़ा जा रहा है। इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ऐलान किया है कि उनकी सेना तब तक हमले जारी रखेगी, जब तक ईरान की परमाणु क्षमताओं को पूर्णतः नष्ट नहीं कर दिया जाता।
वहीं, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई ने भी स्पष्ट कर दिया है कि ईरान इस हमले का प्रतिशोध पूरी सैन्य शक्ति से लेगा। उन्होंने देशवासियों से संयम और संकल्प बनाए रखने का आह्वान किया है। फोर्डो की धरती पर गूंजते धमाकों और कोम की ज़मीन में महसूस हुई कंपन ने यह संकेत दे दिया है कि यह युद्ध अब निर्णायक मोड़ की ओर बढ़ रहा है। आने वाले दिन इस टकराव को और अधिक रक्तपातपूर्ण और विनाशकारी बना सकते हैं। वैश्विक समुदाय की चिंताएं गहराती जा रही हैं, परंतु शांति फिलहाल क्षितिज से ओझल प्रतीत होती है।