Earthquake News: आधी रात को भूकंप के झटके, 24 घंटे में दूसरी बार कांपी धरती, दहशत में घरों से बाहर निकले लोग, इतनी रही तीव्रता

Earthquake News: आधी रात को भूकंप के झटके से लोग सहम गए। 24 घंटे में दूसरी बार भूकंप आने से लोगों में दहशत का माहौल है। रिक्टर स्केल

भूकंप
भूकंप के झटके से दहशत - फोटो : social media

Earthquake News:  भूकंप के झटके से इलाके में दहशत का माहौल है। आधी रात को आई भूकंप ने नींद में सो रहे लोगों को डरा दिया। घबराएं हुए लोग घरों से बाहर निकल गए। दरअसल, पाकिस्तान में शनिवार देर रात एक बार फिर धरती कांप उठी। 3 अगस्त, 2025 को रात 12:40 बजे भूकंप के तेज झटकों से लोग घबरा गए और अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.8 मापी गई जबकि इसकी गहराई जमीन के अंदर 10 किलोमीटर दर्ज की गई।

24 घंटे में दूसरी बार कांपी धरती

भूकंप के झटके खैबर पख्तूनख्वा, पंजाब और राजधानी इस्लामाबाद में भी महसूस किए गए। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, झटकों के बाद कई इलाकों में पैनिक की स्थिति बन गई। हालांकि अभी तक किसी तरह के जान-माल के नुकसान की पुष्टि नहीं हुई है। इससे पहले शनिवार, 2 अगस्त को भी पाकिस्तान में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। जिसकी तीव्रता 5.4 थी। लगातार दो दिन भूकंप आने से लोगों में भय का माहौल है।

भूकंप का केंद्र कम गहराई में

विशेषज्ञों का कहना है कि जिन भूकंपों का केंद्र सतह से कम गहराई में होता है, वो ज्यादा खतरनाक माने जाते हैं, क्योंकि उनकी भूकंपीय तरंगें सीधे और तेज़ी से जमीन की सतह तक पहुंचती हैं। इससे इमारतों को नुकसान और जान-माल के नुकसान की आशंका बढ़ जाती है। भूकंप के बाद स्थानीय प्रशासन ने राहत व बचाव टीमें सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। वहीं भूकंप विशेषज्ञ लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और जनता से अपील की जा रही है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सतर्कता बरतें।

भूकंप की चपेट में रहता है पाकिस्तान

पाकिस्तान टेक्टोनिक प्लेटों के संगम स्थल पर स्थित है. जिससे यह देश अक्सर भूकंप की चपेट में आता रहता है। बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा और गिलगित-बाल्टिस्तान यूरेशियन प्लेट के दक्षिणी किनारे पर स्थित हैं, जबकि सिंध और पंजाब भारतीय प्लेट के किनारे पर आते हैं। खासकर बलूचिस्तान, जहां अरब और यूरेशियन प्लेटों की टकराहट होती है। वहां भूकंप का खतरा हमेशा बना रहता है।