Cross Border Marriage: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव भले ही दशकों से बना हुआ है, लेकिन जैसलमेर, जोधपुर, और बाड़मेर जैसे शहरों में प्रेम ने सरहदों की दीवारों को गिरा दिया है। यहां भारतीय युवक और पाकिस्तानी युवतियां शादी के बंधन में बंधकर नई साझी जिंदगी की शुरुआत कर रहे हैं। इन अनोखी शादियों ने न सिर्फ दो दिलों को जोड़ा है, बल्कि दोनों देशों के बीच दोस्ती और प्रेम की एक नई उम्मीद जगाई है।
जोधपुर के मुजम्मिल और पाकिस्तान की उरुज की अनोखी कहानी
जोधपुर के मुजम्मिल और पाकिस्तान की उरुज फातिमा की प्रेम कहानी दिल को छूने वाली है। दोनों की शादी 2 जनवरी 2023 को हुई थी, लेकिन पहली बार वे 138 दिनों बाद मिले। उनका रिश्ता कोरोना लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन शुरू हुआ और शादी तक पहुंच गया। इस शादी ने दिखाया कि कैसे प्रेम की ताकत सरहदों को पार कर सकती है।
कराची की अमीना और जोधपुर के अरबाज का वर्चुअल निकाह
जोधपुर के मोहम्मद अफजल के बेटे अरबाज और कराची की अमीना की शादी भी खास रही। वीज़ा संबंधी समस्याओं के चलते दोनों का निकाह ऑनलाइन हुआ। अमीना ने कराची से बैठकर कबूल है कहा और यह अनोखी शादी दोनों परिवारों के लिए एक यादगार बन गई।
पाकिस्तानी दुल्हन बनीं टोंक के राजघराने की बहू
सिंध प्रांत से ताल्लुक रखने वाली नीता कंवर ने 2011 में टोंक जिले के नटवाड़ा राजघराने के ठाकुर लक्ष्मण करण राठौड़ के पुत्र पुण्य प्रताप करण से शादी की। नीता और उनके परिवार को शादी में कई वीज़ा समस्याओं का सामना करना पड़ा, लेकिन उनके इस रिश्ते ने दोनों देशों के बीच दोस्ती की एक नई मिसाल कायम की।
हनुमानगढ़ के उदयवीर और पाकिस्तान की नीतू राज
पाकिस्तान के उमरकोट से ताल्लुक रखने वाले राजपूत परिवारों के बीच भी हाल ही में एक शादी हुई। नीतू राज की शादी राजस्थान के पीलीबंगा के ठाकुर किशोर शेखावत के बेटे उदयवीर सिंह से हुई। यह शादी सरहद पार के रिश्तों में एक नई कड़ी जोड़ती है, और दोनों देशों के राजपूत परिवारों के बीच दोस्ती का प्रतीक बन गई है।
पाकिस्तान की मीना और जैसलमेर के महेन्द्र सिंह भाटी
पाकिस्तान की मीना ने हाल ही में जैसलमेर के महेन्द्र सिंह भाटी से शादी की है। मीना का परिवार पिछले दो साल से जोधपुर में रह रहा है, और अब वे भी राजस्थान में बसने की योजना बना रहे हैं।
भारत और पाकिस्तान की इन प्रेम कहानियों से मिली नई उम्मीद
इन शादियों ने दिखाया है कि प्रेम की ताकत किसी भी सरहद से बड़ी होती है। यह न सिर्फ दो देशों के लोगों को करीब लाती हैं, बल्कि यह भी दिखाती हैं कि कैसे भारत और पाकिस्तान के लोग अपनी पुरानी दुश्मनी को भुलाकर प्रेम और दोस्ती का नया रिश्ता कायम कर सकते हैं।