Israel Attack Iran: भारत के हाथों पीटने के बाद इजरायल-ईरान की जंग में कूद गया पाकिस्तान! दे दी बड़ी धमकी, कहा- 'परमाणु हथियारों से करेंगे हमला'

Israel Attack Iran: ईरान और इजरायल के बीच युद्ध जैसे हालात के बीच पाकिस्तान ने इजरायल को परमाणु हमले की धमकी दी है। जानिए कैसे पाकिस्तान अब खुलकर ईरान के साथ खड़ा हो गया है।

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ईरान-इजरायल तनाव- फोटो : social media

Israel Attack Iran: ईरान और इजरायल के रिश्तों में पहले से ही गहराई तक कटुता रही है, लेकिन हाल ही के घटनाक्रमों ने इसे और अधिक खतरनाक मोड़ पर ला दिया है। इजरायल ने शुक्रवार को ईरान के कई महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों पर हमला किया। इन हमलों में खासतौर से ईरान के न्यूक्लियर पावर प्लांट को निशाना बनाया गया। इसके तुरंत बाद ईरान ने जवाबी कार्रवाई करते हुए इजरायल में कई जगहों पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए।

ईरानी हमलों में कम से कम 13 लोगों की मौत हुई और 370 से अधिक लोग घायल हो गए। यह पूरी घटना मध्य पूर्व में एक बड़े युद्ध की आहट मानी जा रही है, जहां दो शक्तिशाली देश सीधे टकराव की ओर बढ़ रहे हैं। इस बीच अब पाकिस्तान की धमकी ने स्थिति को और भी विस्फोटक बना दिया है।

पाकिस्तान ने दी इजरायल को परमाणु हमले की धमकी

तुर्किए टुडे की एक रिपोर्ट ने इस विवाद को और भी तूल दे दिया जब उसने ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के सीनियर जनरल मोहसेन रेजाई के हवाले से दावा किया कि पाकिस्तान ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि यदि इजरायल ने ईरान पर परमाणु हमला किया, तो पाकिस्तान भी इजरायल पर न्यूक्लियर हमला करेगा।

इस बयान ने राजनीतिक और सैन्य विश्लेषकों को चौंका दिया है क्योंकि पाकिस्तान ने पहली बार खुले तौर पर इस तरह की न्यूक्लियर पॉलिसी को स्पष्ट किया है, वो भी किसी तीसरे देश के समर्थन में। अगर यह बयान सच है, तो यह केवल ईरान और इजरायल के बीच का मामला नहीं रह जाएगा, बल्कि इससे पूरा इस्लामिक वर्ल्ड भी खिंचता जा सकता है।

पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने दिया ईरान को समर्थन

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने 14 जून को नेशनल असेंबली में भाषण देते हुए ईरान का समर्थन खुलेआम कर दिया। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि मुस्लिम देश इजरायल के खिलाफ एकता दिखाएं। उनका यह भी कहना था कि इजरायल न केवल ईरान, बल्कि यमन और फिलिस्तीन जैसे अन्य मुस्लिम देशों को भी निशाना बना रहा है।

आसिफ ने मुस्लिम देशों से अपील की कि वे इजरायल से सभी डिप्लोमेटिक रिश्ते खत्म कर दें और उसके खिलाफ संयुक्त रणनीति बनाएं। यह बयान दर्शाता है कि पाकिस्तान अब केवल कूटनीतिक समर्थन तक सीमित नहीं है, बल्कि वह ईरान के साथ सैन्य स्तर पर भी खड़ा हो सकता है।

क्या बढ़ेगा एक और विश्व युद्ध का खतरा?

जिस तरह से ईरान, इजरायल और अब पाकिस्तान की एंट्री हो चुकी है, यह स्थिति किसी भी समय बड़े युद्ध में बदल सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर इजरायल वाकई में ईरान के न्यूक्लियर साइट्स पर हमला करता है और पाकिस्तान उस पर जवाबी कार्रवाई करता है, तो इससे अमेरिका, रूस और चीन जैसे बड़े देश भी खींचे जा सकते हैं।

इस्लामिक देशों के बीच एकता की बात अब सिर्फ भाषणों में नहीं रह गई है, बल्कि कूटनीति और सैन्य सहयोग के संकेत मिलने लगे हैं। यह स्थिति केवल मध्य-पूर्व की नहीं बल्कि पूरी दुनिया की सुरक्षा नीति को प्रभावित कर सकती है। ऐसे में यह सवाल अब बड़ा हो चुका है कि क्या हम तीसरे विश्व युद्ध की ओर बढ़ रहे हैं?