BIHAR CRIME - पेट में गोली लगने के बाद भी पांच किमी तक गाड़ी भगाता रहा, बदमाशों के चंगुल से 15 लोगों की बचाई जान, सोशल मीडिया पर ड्राइवर बना हीरो

BIHAR CRIME - तिलक समारोह से लौटने के दौरान 15 लोगों से भरे जीप पर बदमाशों ने हमला कर दिया। जिसमें चालक के पेट में गोली लग गई। इसके बाद भी घायल चालक ने बहादुरी से सभी लोगों को बदमाशों के चंगुल से सुरक्षित निकाला

 BIHAR CRIME -  पेट में गोली लगने के बाद भी पांच किमी तक गाड़ी भगाता रहा, बदमाशों के चंगुल से 15 लोगों की बचाई जान, सोशल मीडिया पर ड्राइवर बना हीरो

N4N DESK - तिलक समारोह से लौट रहे 15 लोगों से भरे कमांडर पर बाइक सवार बदमाशों ने हमला कर दिया। इस दौरान बदमाशों ने पहले गाड़ी रोकने की कोशिश की, लेकिन जब कामयाब नहीं हुए तो ड्राइवर पर गोली चला दी। जो कि सीधे उसके पेट में लगी। गोली लगने के बाद भी चालक ने गाड़ी नहीं रोकी और पांच किलोमीटर तक गाड़ी भगाता रहा, वह सीधे अस्पताल के पास जाकर रूका, जहां उसने अपना इलाज कराया, साथ ही गाड़ी में बैठे सभी 15 लोगों की जान भी बचाई। जख्मी ड्राइवर की पहचान भोजपुर के   धोबहां थाना क्षेत्र के हेमतपुर गांव के रहने वाले संतोष सिंह के रूप में हुई है. अब चालक की बहादुरी की चर्चा पूरे जिले में हो रही है। सोशल मीडिया पर लोग उसकी तारीफ कर रहे हैं। 

इस पूरी घटना को लेकर संतोष सिंह ने बताया कि दो दिन पहले बुधवार की शाम वह धोबहां थाना क्षेत्र के शुकुलपुरा गांव निवासी मिठू साव की बेटी के तिलक में अपनी जीप पर बैठाकर करीब 15 लोगों को लेकर बहरोनपुर थाना क्षेत्र के रामदतही गांव गांव हुए थे। जहां समारोह  समाप्त होने के बाद सभी लोगों को वापस अपने जीप में बैठाकर लौट रहे थे. तभी बिहिया थाना क्षेत्र के झौआ गांव के पास रात को 9 की संख्या में तीन बाइक पर सवार बदमाश सामने आ रहे थे. आते ही गाड़ी रुकवा और गोली मार दिए। गोली दाहिने साइड पेट में लगी क्यों मारे यह हमें जानकारी नहीं है हम किसी को जानते भी नहीं है।

गोली लगने के बाद भी पांच किमी भगाई गाड़ी

संतोष सिंह ने बताया कि गोली लगने के बावजूद हम करीब 5 किलोमीटर तक गाड़ी चलाते रहे और बाइक सवार बदमाशों से बचाकर सभी लोगों को सुरक्षित आर अस्पताल ले आए। जख्मी हालत में आरा शहर के बाबू बाजार स्थित शांति मेमोरियल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां पर गोली लगने के बाद इलाज कराया गया।

फिलहाल जख्मी चालक की हालत खतरे से बाहर है और उनका इलाज अस्पताल में चल रहा है. घटना की जानकारी मिलते ही जगदीशपुर एसडीपीओ राजीव चंद्र सिंह के अलावा एफएसएल की टीम सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंची और पूरे मामले की छानबीन में जुट गई। इसके साथ ही साक्ष्य जुटाने में भी लगी हुई है.आस-पास के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाला जा रहा है


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