Sania Mirza Citizenship:सानिया मिर्जा के बेटे की नागरिकता,न भारत, न पाकिस्तान, फिर कौन सा देश? चौंकाने वाला खुलासा!

Sania Mirza Citizenship:भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा और पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक की शादी ने अपने समय में खूब सुर्खियां बटोरी थीं। 2010 में शुरू हुई उनकी प्रेम कहानी ने भारत और पाकिस्तान, दोनों देशों में चर्चा का बाजार गर्म किया।

Sania Mirza Citizenship
:सानिया मिर्जा के बेटे की नागरिकता- फोटो : social Media

Sania Mirza Citizenship:भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा और पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक की शादी ने अपने समय में खूब सुर्खियां बटोरी थीं। 2010 में शुरू हुई उनकी प्रेम कहानी ने भारत और पाकिस्तान, दोनों देशों में चर्चा का बाजार गर्म किया। लेकिन जब 2018 में उनके बेटे इजहान मिर्जा मलिक का जन्म हुआ, तो एक नया सवाल सबके जेहन में उठा: आखिर इजहान की नागरिकता किस देश की होगी? क्या वह भारतीय होगा, पाकिस्तानी, या फिर कुछ और? यह सवाल और भी जटिल हो गया जब 2024 में सानिया और शोएब का तलाक हो गया। 

सानिया मिर्जा, जिन्होंने टेनिस कोर्ट पर भारत का नाम रोशन किया, ने 12 अप्रैल 2010 को पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक से हैदराबाद में एक पारंपरिक मुस्लिम समारोह में शादी की। यह शादी दोनों देशों में विवाद का विषय बनी। सानिया पर "पाकिस्तान की बहू" कहकर सवाल उठाए गए, खासकर तब जब उन्हें तेलंगाना का ब्रांड एंबेसडर बनाया गया। लेकिन सानिया ने हमेशा अपनी भारतीयता पर गर्व जताया और कभी भी अपनी भारतीय नागरिकता नहीं छोड़ी। शोएब, जो पाकिस्तानी नागरिक हैं, और सानिया ने अपने रिश्ते को मजबूती से निभाया, लेकिन 2024 में उनका तलाक हो गया, जिसके बाद इजहान की नागरिकता पर बहस और तेज हो गई।

इजहान मिर्जा मलिक का जन्म 30 अक्टूबर 2018 को हैदराबाद के रेनबो हॉस्पिटल में हुआ। सानिया ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि उनके बच्चे का सरनेम "मिर्जा-मलिक" होगा, न कि केवल "मलिक"। जन्म के समय से ही इजहान की नागरिकता को लेकर सवाल उठने लगे। भारत और पाकिस्तान, दोनों ही देशों में लोग यह जानना चाहते थे कि क्या इजहान भारतीय होगा या पाकिस्तानी।

भारतीय नागरिकता कानून के अनुसार, 1 जुलाई 1987 के बाद भारत में जन्मा कोई भी व्यक्ति भारतीय नागरिक माना जाता है, बशर्ते उसके माता-पिता में से कम से कम एक भारतीय नागरिक हो। चूंकि सानिया भारतीय नागरिक हैं और इजहान का जन्म भारत में हुआ, तकनीकी रूप से वह भारतीय नागरिकता के हकदार हैं। इसके अलावा, अगर कोई बच्चा भारत के बाहर पैदा होता है, लेकिन उसके माता-पिता में से एक भारतीय नागरिक है, तो बच्चे को एक साल के भीतर भारतीय दूतावास में रजिस्ट्रेशन कराने पर नागरिकता मिल सकती है।

पाकिस्तान के नियमों के अनुसार, भारतीय नागरिक को पाकिस्तानी नागरिकता नहीं दी जा सकती। पाकिस्तान के पास 19 देशों के साथ दोहरी नागरिकता का समझौता है, लेकिन भारत उस सूची में शामिल नहीं है। इसके चलते, इजहान को पाकिस्तानी नागरिकता मिलना असंभव है, क्योंकि उनकी मां सानिया भारतीय हैं। 2018 में पाकिस्तान की फेडरल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी  ने स्पष्ट किया था कि इजहान को पाकिस्तानी नागरिकता नहीं दी जाएगी।

शोएब मलिक ने 2018 में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, "नागरिकता मायने नहीं रखती। हमारा बच्चा न तो भारतीय होगा, न ही पाकिस्तानी।" इस बयान ने सभी को हैरान कर दिया। उन्होंने संकेत दिया कि इजहान को किसी तीसरे देश की नागरिकता दी जा सकती है। सानिया और शोएब उस समय दुबई में रह रहे थे, और खबरों के मुताबिक, इजहान के पास दुबई का गोल्डन वीजा है। यह वीजा लंबे समय तक दुबई में रहने की सुविधा देता है, लेकिन यह स्थायी नागरिकता नहीं है। कुछ रिपोर्ट्स का दावा है कि सानिया और शोएब ने इजहान को यूएई या किसी अन्य देश की स्थायी नागरिकता देने की योजना बनाई हो सकती है।

2024 में शोएब मलिक ने पाकिस्तानी अभिनेत्री सना जावेद से शादी की, और सानिया के परिवार ने पुष्टि की कि सानिया और शोएब का तलाक कुछ महीने पहले ही हो चुका था। इसके बाद सोशल मीडिया पर इजहान की नागरिकता को लेकर तीखी बहस शुरू हो गई। कुछ लोगों ने दावा किया कि "पाकिस्तानी पिता" के बच्चे को भारतीय नागरिकता देना "खतरनाक" हो सकता है। वहीं, सानिया के समर्थकों ने इसे उनकी निजी जिंदगी पर हमला बताते हुए कहा कि सानिया ने हमेशा भारत का गौरव बढ़ाया है, और इजहान को उनकी मां की नागरिकता के आधार पर भारतीय माना जाना चाहिए।

फिलहाल, इजहान मिर्जा मलिक दुबई में अपनी मां सानिया के साथ रहते हैं और उनके पास गोल्डन वीजा है। यह स्पष्ट नहीं है कि सानिया ने इजहान के लिए भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन किया है या नहीं। भारतीय कानून के तहत, इजहान भारतीय नागरिकता के हकदार हैं, लेकिन सानिया और शोएब के पुराने बयानों से लगता है कि वे उसे किसी तीसरे देश की नागरिकता देना चाहते थे। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि सानिया, जो अब दुबई में स्थायी रूप से रह रही हैं, अपने बेटे के लिए यूएई या किसी अन्य देश की नागरिकता चुन सकती हैं, ताकि वह भारत-पाकिस्तान के नागरिकता विवाद से दूर रहे।


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