भारत की बेटी ने रचा इतिहास, गीता हाथ में, भारतीय लिबास में रेडमंड सिटी हॉल में काउंसिल की मेंबर की ली शपथ, अमेरिका की सत्ता गलियारों में गूंजा जय भारत
Indian took oath in America with Gita in his hand: अंतरराष्ट्रीय सियासत के मंच पर भारतीय अस्मिता का परचम लहराने वाली मेनका सोनी आज न सिर्फ अमेरिका की रेडमंड सिटी काउंसिल की मेंबर हैं, बल्कि भारतीय संस्कृति की जीवित मिसाल बन चुकी हैं।
Indian took oath in America with Gita in his hand: अंतरराष्ट्रीय सियासत के मंच पर भारतीय अस्मिता का परचम लहराने वाली मेनका सोनी आज न सिर्फ अमेरिका की रेडमंड सिटी काउंसिल की मेंबर हैं, बल्कि भारतीय संस्कृति की जीवित मिसाल बन चुकी हैं। लखनऊ के सरोजिनी नगर की साधारण-सी गलियों से निकलकर अमेरिकी सत्ता के गलियारों तक पहुंचने वाली मेनका सोनी का सियासी सफर किसी फ़िल्मी कहानी से कम नहीं और उसका क्लाइमेक्स बना भगवद्गीता हाथ में लेकर शपथ लेना, जिसने अमेरिका में बैठे सत्ता-नजरों को भी हैरत में डाल दिया।
2 दिसंबर… रेडमंड सिटी हॉल। सैकड़ों भारतीय मूल के लोग खड़े हैं। मंच पर भारतीय वेशभूषा में सजी मेनका… और उनके हाथों में गीता की पवित्र ग्रंथ। जैसे ही जज रसेल शपथ दिलाते हैं, पूरा हॉल तालियों से गूंज उठता है। पहली भारतीय-अमेरिकी महिला, जिसने इस तरह भारतीय संस्कृति के साथ शपथ ली… एक सियासी संदेश, एक सभ्यतागत ऐलान कि भारतीयत्व अब किसी सीमा में कैद नहीं।
लखनऊ लौटी मेनका सोनी का स्वागत ऐसा हुआ मानो कोई लोकल लड़की नहीं, बल्कि कूटनीति की नई दिग्गज नेता घर लौटी हो। मीडिया से बातचीत में मेनका ने साफ कहा कि भारत मेरी रूह में बसता है… होली-दीवाली भी अमेरिका में इसलिए मनाती हूं, ताकि वहां की पीढ़ियां भी भारतीय रंगों से रूबरू हों।उन्होंने बताया कि पिछले होली कार्यक्रम में 15,000 लोग शामिल हुए थे जो बताता है कि भारत की संस्कृति अब अमेरिका में ट्रेंड नहीं, ताकत बन चुकी है।
कॉरपोरेट दुनिया में 30 साल का अनुभव, माइक्रोसॉफ्ट स्टारबक्स टी मोबाइल जैसी दिग्गज कंपनियों में नेतृत्वकारी भूमिकाएं… और फिर समाज सेवा की राह। मेनका ने 14 साल पहले ‘एम पावरिंग’ संस्था शुरू की, जिसने आज तक 5 लाख लोगों की मदद की। अमेरिका में रोजाना 2500 से ज्यादा लोगों को भोजन और भारत में “मां की रसोई” के नाम से जरूरतमंदों की सेवा।
उनके काम को देखते हुए अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन ने उन्हें लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया और यूएस कांग्रेस ने उन्हें 20 सबसे प्रभावशाली महिलाओं में शामिल किया।आगरा में जन्म, लखनऊ में परवरिश सेंट थॉमस, सीएमएस, फिर लखनऊ यूनिवर्सिटी तक की पढ़ाई। वही शहर, वही जड़ें… लेकिन मुकाम अब दुनिया के नक्शे पर। आज मेनका सोनी सिर्फ अमेरिका की सिटी काउंसिल मेंबर नहीं बल्कि भारतीय सियासत और संस्कृति की सॉफ्ट पावर का चमकता चेहरा हैं।एक संदेश जहां जाएं, भारत को साथ लेकर जाएं… और दुनिया को दिखाएं कि भारतीय संस्कृति ‘सॉफ्ट’ नहीं… सुपरपावर है।