Independence Day 2025: लालकिले से पीएम मोदी का संकल्प घोष , कहा- ऊर्जा, तकनीक और रक्षा में आत्मनिर्भर भारत का महायज्ञ

Independence Day 2025: अपने संबोधन में पीएम कहा कि 21वीं सदी तकनीक-प्रधान है और इतिहास गवाह है कि जो देश तकनीक में आगे बढ़ते हैं, वही आर्थिक और सामरिक शिखर पर पहुंचते हैं। भारत अब उसी दिशा में, पूरी ताक़त और संकल्प के साथ, कदम बढ़ा रहा है।

लालकिले से पीएम मोदी का संकल्प घोष- फोटो : social Media

Independence Day 2025: आज़ादी की 79वीं सालगिरह पर लालकिले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को संबोधित करते हुए इसे “आजादी का महापर्व, संकल्प का महापर्व” बताया। उन्होंने कहा कि यह सामूहिक सिद्धियों का पर्व है, जहां भारत का हर कोना रेगिस्तान से लेकर हिमालय की चोटियों तक एक ही स्वर में मातृभूमि का जयगान कर रहा है।

1947 में अनंत संभावनाओं और करोड़ों भुजाओं की ताक़त के साथ आज़ाद हुए भारत ने चुनौतियों के बीच अपनी राह बनाई। पीएम मोदी ने संविधान सभा के सदस्यों डॉ. राजेंद्र प्रसाद, बाबा साहेब आंबेडकर, पंडित नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल, डॉ. राधाकृष्णन और नारी शक्ति को नमन करते हुए कहा कि संविधान हमें 75 वर्षों से मार्गदर्शन दे रहा है।

ऊर्जा में आत्मनिर्भरता का संकल्प

प्रधानमंत्री ने समुद्र के भीतर तेल भंडार की खोज के लिए डीप वॉटर एक्सप्लोरेशन मिशन की घोषणा की। साथ ही नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन के तहत 1200 से अधिक स्थानों पर खोज अभियान जारी है, ताकि रक्षा और तकनीक जैसे अहम क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता हासिल की जा सके।

पीएम मोदी ने बताया कि 2030 तक 50% स्वच्छ ऊर्जा का लक्ष्य तय किया गया था, लेकिन भारत ने यह उपलब्धि 2025 में ही हासिल कर ली। उन्होंने कहा कि बजट का बड़ा हिस्सा पेट्रोल-डीजल आयात में जाता है, और अगर यह खर्च बचे तो वह युवाओं, किसानों और गांवों की किस्मत बदलने में लगाया जा सकता है।

ग्रीन एनर्जी और परमाणु शक्ति में छलांग

पिछले 11 वर्षों में भारत की सोलर ऊर्जा कई गुना बढ़ी है। हाइड्रो पावर के विस्तार के लिए नए डैम बनाए जा रहे हैं। मिशन ग्रीन हाइड्रोजन में हजारों करोड़ का निवेश हो रहा है। परमाणु ऊर्जा में 10 नए रिएक्टर निर्माणाधीन हैं और 2047 तक क्षमता को 10 गुना बढ़ाने का संकल्प लिया गया है। प्राइवेट सेक्टर के लिए भी परमाणु ऊर्जा के द्वार खोले जा चुके हैं।

तकनीक में भारत की नई पहचान

प्रधानमंत्री ने कहा कि 50-60 साल पहले सेमीकंडक्टर निर्माण के विचार को रोक दिया गया था, जबकि अन्य देशों ने इसमें महारत हासिल कर ली। आज भारत मिशन मोड में छह सेमीकंडक्टर यूनिट्स की नींव रख चुका है और इस वर्ष के अंत तक मेड इन इंडिया चिप्स बाजार में उपलब्ध होंगी।

रक्षा में आत्मनिर्भरता – ऑपरेशन सिंदूर का उदाहरण

पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर का ज़िक्र करते हुए कहा कि दुश्मनों को पता भी नहीं चला और उनका सफाया हो गया—यह आत्मनिर्भर भारत की ताक़त का सबूत है। मेक इन इंडिया के कारण हमारी सेना ने बिना किसी बाहरी निर्भरता के अपना पराक्रम दिखाया।

अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि 21वीं सदी तकनीक-प्रधान है और इतिहास गवाह है कि जो देश तकनीक में आगे बढ़ते हैं, वही आर्थिक और सामरिक शिखर पर पहुंचते हैं। भारत अब उसी दिशा में, पूरी ताक़त और संकल्प के साथ, कदम बढ़ा रहा है।