Bihar News: 7 साल बेटे के सामने माँ को मारकर जलाया, 'तपस्या' बता पिता ने की हैवानित, बिहार में हैरान कर देने वाला वारदात

Bihar News: बिहार के आरा में कलयुगी पति ने अपने 7 साल के बेटे के सामने अपनी पत्नी की बेरहमी से हत्या कर दी और फिर शव को जलाया दिया। जब बेटा ने पूछा कि माँ कहां है तो पिता ने कहा कि माँ तपस्या कर रही है..

पति ने पत्नी को उतारा मौत के घाट - फोटो : social media

Bihar News: पापा बोल रहे थे कि मम्मी तपस्या कर रही है...लेकिन वो तो आग के बीचों बीच सोई हुई थी...देखा कि पापा ने मम्मी के शरीर पर घी लगाए,फिर उन्हें लकड़ियों के ढेर पर कुछ लोगों के साथ मिलकर सोला दिए...मैंने पूछा मम्मी कहा है तो उनका जवाब था कि भगवान के पास जाने के लिए और तुम्हें अच्छा इंसान बनाने के लिए तपस्या कर रही है...यह वाक्या सात वर्षीय सार्थक की है। दरअसल, भोजपुर जिले के बड़हरा थाना क्षेत्र के छपरा पर गांव के रहने वाली संध्या देवी की हत्या कर साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से बिना मायके वालों को सूचना दिए शव का दाहसंस्कार केशवपुर घाट पर पति एवं ससुराल वालों के द्वारा कर दिया गया। पूरा मामला 6 जून का बताया जा रहा है।  संध्या देवी छपरा पर गांव निवासी चंदन कुमार गुप्ता की 35 वर्षीय पत्नी थी। सार्थक संध्या देवी का इकलौता पुत्र है। जिसने अपनी माँ के साथ हुए हत्याचार का इकलौता चश्मदीद है।

2017 में हुई थी शादी 

जानकारी अनुसार संध्या देवी की शादी 29 अप्रैल 2017 को हिंदू रीति रिवाज एवं सज्जो–समान देकर बड़ी ही धूमधाम हुई थी। पति चंदन उदवंतनगर प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय स्कूल में शिक्षक है। पिता स्व. विजय कुमार साह का निधन 1998 में सड़क दुर्घटना में होने के बाद के बाद संध्या के बड़े भाई राजु कुमार गुप्ता समेत उनके अन्य तीन भाई ऋषि गुप्ता,राकेश गुप्ता एवं राजेश गुप्ता के कंधों पर आ गई। संध्या का कन्यादान बड़े भाई राजु कुमार गुप्ता ने किया था। घर में तीन बहन नूतन देवी,चंचल देवी,मधु देवी से सबसे छोटी होने के कारण सबकी लाडली थी। संध्या की शादी में सबने ने बढ़कर चढ़कर साथ दिया ताकि वो ससुराल जाकर अपनी जिंदगी खुशी से बीता सके । लेकिन दहेज लोभी पति एवं ससुराल वालों ने शादी के बाद से ही उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। लेकिन कई बार पंचायत होने के बाद मामले को शांत कराया गया। इसी बीच संध्या देवी का एक बेटा सार्थक हुआ। सार्थक अभी यूकेजी का छात्र है। लेकिन उसके बाद भी पति के द्वारा बराबर प्रताड़ित किया जाता था। बहन को पीटता और रोता देख सभी भाई ससुराल जाकर हाथ जोड़कर विनती करते,उसके बावजूद भी ससुराल वाले कुछ दिन शांत रहने के बाद फिर प्रताड़ित करना शुरू कर देते । जिसका खामियाजा कन्यादान करने वाले बड़े भाई राजु पर भी पड़ा। 2022 में राजु गुप्ता की हार्ट अटैक से मौत हो गई।

पापा मम्मी को नहीं करते थे पसंद

संध्या के सात वर्षीय बेटे सार्थक ने बताया कि पापा मम्मी को पसंद नहीं करते थे। फोन पर किसी दूसरी लड़की से बात करते थे। बराबर मम्मी को चप्पल से मारते थे। आगे बताया कि 6 जून की सुबह पापा ने मुझे आधार कार्ड बनाने के बहाने कर्जा गांव बुआ के घर लेकर चले गए और कहा कि तुम यहां खेलो मैं तुम्हारा आधार कार्ड लेकर आता हूं। काफी देर बीत जाने के पापा नहीं आए,लेकिन रवि शंकर नामक एक अंकल आए कहा कि तुम्हारे पापा बुला रहे हैं। इसके बाद मुझे केशवपुर घाट ले जाया गया। जहां मम्मी को आग पर लेटाया गया था। मैंने पूछा कि मम्मी कहा है तो उन्होंने कहा कि मम्मी तपस्या कर रही है। उसी दिन पापा ने तकिया से मम्मी का मुंह दाब दिए थे। इसके बाद मुझे बुआ के घर लेकर गए। लेकिन हमने सोचा कि मम्मी सोई हुई है।

फोन पर किसी लड़की से करते थे बात

सार्थक ने बताया पापा को मम्मी पसन्द नहीं थी। पापा एक दिन फोन पर एक लड़की से बात कर रहे थे। मैं सोचा कि मम्मी से बात कर रहे है। लेकिन फोन पर मम्मी नहीं थी फिर मैंने दादी से पूछा उसके बाद मम्मी से पूछा कि आप बात कर रही है पापा किसी को प्रपोज कर रहे हैं। इसी बात को लेकर पापा–मम्मी के बीच झगड़ा हुआ था। पापा ने कहा कि तुम भूत(डायन) हो, मेरे घर से निकल जाओ। घाट पर बड़े पापा समेत गांव के अन्य लोग वहां मौजूद थे। आग पापा ने ही दिया था । मम्मी का हर बात हम मनाते थे, मम्मी मुझे बहुत प्यार करती थी। लेकिन अब मेरे पास नहीं आएगी।

बेटी का मुंह तक देखने नहीं दिया गया

संध्या की मां जानकी देवी ने बताया कि मेरी छोटी बेटी थी। शादी में हर वो समान दिया जो जरूरत से ज्यादा था। सभी भाईयों ने मिलकर उसकी शादी की थी। लड़का पढ़ा लिखा शिक्षक है बेटी को अच्छे से रखेगा। शादी के बाद से ही बेटी के साथ मारपीट हर दिन बिना वजह का झगड़ा किया जाता था। सभी भाई जाकर समझता था कि जो आपलोगों का मांग था हमने पूरा किया अब किस बात लेकर झगड़ा किया जा रहा हैं । मां ने कहा कि पति बराबर पैसा मांगता था कभी कुछ तो कभी कुछ के लिए। समझाने के बाद दो–तीन महीना शांत रहता था । शव जलाने से पहले किसी ने जानकारी नहीं दी कि संध्या की मौत हो गई है। छपरा पर के कुछ ग्रामीणों से सूचना मिली थी कि आपकी बेटी की मौत हो गई है और उसका दाह संस्कार कर दिया गया है। अपनी बेटी का अंतिम बार मुंह तक देखने का नसीब नहीं हुआ।

शादी के एक साल बाद से ही करते थे प्रताड़ित 

मृतका के बड़े भाई ऋषि ने बताया कि शिक्षक देखकर ही अपनी बहन की शादी ठीक किए थे। पति एवं ससुराल वाले जितना मांगे उससे बढ़ चढ़कर देने का काम किया । शादी के एक साल बाद से ही पति एवं ससुराल वालों द्वारा मारपीट शुरू कर दी गई है । हमलोग बीच बीच में जाकर समझाते थे। जब भी जाते  थे तो अपनी बहन को ही डांटते थे । उसके पति को बाहर बुलाकर समझाते थे। हमलोग काफी प्रयास किए बहन का घर बसाने के लिए । बेटा होने के बाद ऐसा लगा कि अब सबकुछ ठीक हो जाएगा। लेकिन उसके बाद भी मारपीट की जाती थी। 3 जून को मेरी बहन बिना कहे खराब टी.वी को लेकर जाकर बनवा दी थी। उसका पति नहीं चाहता था कि टी.वी बन जाए। उसी बात को लेकर दोनों में झगड़ा हुआ। कहता था कि तुम अपने परिवार वालों से पैसा लेकर आओ और नया टी.वी खरीदना है। हर सामान लेने के लिए मायके वालों से पैसा मांगता था। जिसके लिए प्रताड़ित भी करता था। 

हत्या कर शव जलाया 

मारपीट के बाद 3 जून को भी मेरे भाई लोग समझाने गए थे । जब भी समझाने जाते थे तब सबकुछ उस दिन तक अच्छा कर देता था।  जैसा कि अब कोई दिक्कत नहीं है। विदाई कराने को लेकर हमेशा विवाद करता था। इसी बीच 6 जून को 4 बजकर 34 मिनट पर गांव की किसी व्यक्ति के द्वारा फोन पर कहा आपकी बहन की हत्या कर उसके शव को जला दिया गया है। इसके बाद अपने भाई एवं अन्य लोगों के साथ बहन के ससुराल गए,लेकिन वहां कोई नहीं था। सिर्फ मेरे भांजे सार्थक को उसकी सास सीता देवी ने छुपाकर छत वाले कमरे में रखा था । उसके बाद अपने भांजा को लिया और वहां से निकल गए । फिर ससुराल से करीब छह से सात किलोमीटर दूर केशवपुर गंगा घाट पर गए। लेकिन वहां कुछ नहीं मिला । 

न्याय की लगाई गुहार 

उसके बाद अपने भांजे से पूछा कि तुम क्या देखो हो तब जाकर पूरी कहानी बताई। इसके बाद दोबारा अपने भांजे को लेकर केशवपुर घाट पहुंचे। जहां उसने अपनी पूरी आंखों देखा हाल बताया। उसने घाट पर पहुंचते ही बताया कि गंगा किनारे मम्मी को आग पर सुलाया गया था । मुझे यहां बैठाया गया था। घाट किनारे गिरे बहन की साड़ी,ब्लाउज,गमछा जो वो कभी कभी घर पर ओढ़ती थी। घर का तकिया गिरा हुआ देखकर मेरा भांजा पहचान लिया। इसके बाद हमलोगों ने इसकी सूचना बड़हरा थाना पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और सभी कपड़े को इकठ्ठा किया। भाई ऋषि ने मांग किया है कि सरकार एवं प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है। ऋषि ने कहा कि एक शिक्षक होकर ऐसी घटना को अंजाम दिया गया है। अगर इसे सजा नहीं मिलेगा तो समाज में किसी और बहन,मां–बेटी की हत्या होने के बाद न्याय नहीं मिलेगा।

पति, सास समेत पांच लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज,सभी फरार

मृतका संध्या देवी के भाई राजेश कुमार गुप्ता के बयान पर बड़हरा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। भाई ने पति चंदन कुमार गुप्ता,सास सीता देवी,पाटीदार वीरेंद्र कुमार गुप्ता,उनकी पत्नी एवं पति के चाचा राजेंद्र साह पर नामजद प्राथमिकी कराई गई है। भाई ने प्राथमिकी में लिखा है कि बहन संध्या देवी फोन एवं सामने से बताती थी कि उसके पति एवं ससुराल वाले दस लाख रूपए की मांग कर रहे है। पैसे के लिए बराबर मानसिक तथा शारीरिक रूप से प्रताड़ित करते हैं। 3 जून को नामजद लोगों के द्वारा मारपीट एवं प्रताड़ित किया गया था। उसके बाद ससुराल में जाकर हम लोग द्वारा समझाया बुझाया गया था। उसी दौरान उक्त लोगों के द्वारा मुझे जान से मारने की धमकी भी दी गई थी और कहा गया था कि अगर पैसा समय पर नहीं देते हो तो तुम्हारी बहन को हम लोग जान से मार देंगे। इसके बाद 6 जून करीब समय 4:00 बजे गांव अन्य व्यक्तियों के द्वारा मुझे सूचना दी गई कि आपकी बहन की हत्या कर साक्ष्य मिटाने के नियत से जला दिया गया है।

जांच में जुटी पुलिस 

वहीं इस मामले में एस.डी.पी.ओ–2 रंजीत कुमार ने बताया कि मामला संज्ञान में है। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद सभी पति समेत ससुराल पक्ष घर छोड़कर फरार है। गिरफ्तारी के लिए थानाध्यक्ष को आदेश दिया गया है। इधर,बड़हरा थानाध्यक्ष शैलेश्वर प्रसाद ने बताया कि ससुराल वाले के द्वारा महिला का शव का साक्ष्य मिटाने के नियत से जला दिया गया है। बिना पुलिस एवं मायके वालों को सूचना दिए दाह संस्कार कर दिया गया। प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अलग–अलग जगहों पर छापेमारी भी कर रही है। घाट से जो कपड़ा बरामद किया गया है। उसे FSL भेजा जा रहा है। जल्द ही सभी की गिरफ्तारी कर ली जाएगी।

आरा से आशीष की रिपोर्ट