Bhagalpur railway project: चुनाव के पहले बिहार सरकार का भागलपुर को तोहफा! 3 नए ROB बनाने के परियोजना पर लगी मुहर, 2 लाख लोगों को मिलेगी राहत
भागलपुर जिले में तीन नए रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण की तैयारी तेज हो गई है। मुस्लिम हाई स्कूल, एकचारी और सुल्तानगंज में आरओबी बनने से लाखों लोगों को जाम से राहत मिलेगी।

Bhagalpur railway project: भागलपुर जिले में आवागमन को सुगम और सुरक्षित बनाने की दिशा में तीन नए रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) के निर्माण की तैयारियां जोरों पर हैं। जिन स्थानों पर यह ओवरब्रिज बनेंगे, उनमें मुस्लिम हाई स्कूल के पास, एकचारी और सुल्तानगंज शामिल हैं।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, मिट्टी की जांच का कार्य लगभग पूर्ण होने को है और रिपोर्ट के आधार पर आरओबी के पिलरों की ऊंचाई तय की जाएगी। अनुमान है कि जुलाई 2025 तक निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
मुस्लिम हाई स्कूल के पास अमरपुर मार्ग पर होगा प्रमुख आरओबी
इस आरओबी का निर्माण भागलपुर से सुल्तानगंज जाने वाले रेलवे ट्रैक पर किया जाएगा, जहाँ प्रतिदिन 65 से अधिक ट्रेनें गुजरती हैं। ट्रेन गुजरने के समय लोगों को 15-20 मिनट तक इंतजार करना पड़ता है, जिससे भारी ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।आरओबी बनने से अमरपुर मार्ग पर रोजाना आने-जाने वाले 20-25 हजार वाहनों को राहत मिलेगी। यह ब्रिज त्रिमुहान-महगामा मार्ग से भी जुड़ेगा, जहाँ से रोजाना 700 से अधिक हाइवा और कुल 4000 वाहन गुजरते हैं।
सुल्तानगंज-अकबरनगर मार्ग पर भी बनेगा ओवरब्रिज
दूसरा बड़ा आरओबी सुल्तानगंज और अकबरनगर के बीच बनाया जाएगा, जिससे मिरहट्टी, कटहरा, खानपुर, बेलथु, किरणपुर जैसी पंचायतों और सुल्तानगंज नगर परिषद के 14 वार्ड के करीब 2 लाख लोग लाभान्वित होंगे।इस मार्ग पर प्रतिदिन 4-5 हजार वाहन चलते हैं, लेकिन फाटक बंद होने पर लंबा जाम लग जाता है। एनएच-80 से जुड़े इस मार्ग पर आरओबी बनने के बाद न केवल ट्रैफिक नियंत्रित होगा बल्कि आपातकालीन सेवाओं की पहुंच भी बेहतर होगी।
आरओबी की तकनीकी विशेषताएं
प्रत्येक ओवरब्रिज की चौड़ाई: 10 मीटर
ऊंचाई (रेलवे से ऊपर): 12 मीटर
कुल लागत: ₹250 करोड़
निर्माण एजेंसी: भारतीय रेलवे
डिजाइन: टू-लेन ब्रिज
क्या होगा लाभ?
भागलपुर में ROB बनने से स्थानीय लोगों को ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी। वहीं फाटक बंद रहने से घंटों ट्रैफिक जाम की समस्या दूर होगी।सड़क और रेलवे का अलग-अलग स्तर पर संचालन मुमकिन हो पाएगा। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों का बेहतर कनेक्शन होगा। इससे अमरपुर, शाहकुंड और एनएच-80 से बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान होगी। आपातकालीन सेवाओं को सहूलियत मिलेगी। एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड, पुलिस की तेजी से पहुंच सुनिश्चित होगी। औद्योगिक और आर्थिक विकास में मदद मिलेगी। इस तरह से सुगम परिवहन से स्थानीय व्यापार को मिलेगा बल।