Bihar Four Lane: बलिया-बक्सर का सफ़र बनेगा आसान, दिसंबर से शुरु होगा नए एनएच पर वाहनों का परिचालन, जाम से मिलेगी मुक्ति, लाखों लोगों को होगा फायदा

गाजीपुर के जंगीपुर से यूपी-बिहार सीमा मांझी तक फोरलेन हाइवे बनाया जा रहा है, जो सीधे बलिया और बिहार को दिल्ली, मुंबई और लखनऊ से जोड़ेगा।

बलिया-बक्सर का सफ़र बनेगा आसान- फोटो : social Media

Bihar Four Lane: पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से बलिया और बक्सर जाने वाले लोगों को अब गाजीपुर के भांवरकोल के जाम में घंटों पिसना नहीं पड़ेगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने स्थायी इंतज़ाम कर दिया है। गाजीपुर के जंगीपुर से यूपी-बिहार सीमा मांझी तक फोरलेन हाइवे बनाया जा रहा है, जो सीधे बलिया और बिहार को दिल्ली, मुंबई और लखनऊ से जोड़ेगा।

फिलहाल, भांवरकोल के बढ़नपुरा गांव की तंग पुलिया यात्रियों के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द है। दो बड़े वाहन आमने-सामने से निकल ही नहीं सकते। यही वजह है कि राष्ट्रीय राजमार्ग-31 पर हर दिन लंबा जाम लगता है। बालू ढुलाई के मौसम में तो हालात और भी बिगड़ जाते हैं—हजारों ट्रकों की कतार और घंटों तक ठप ट्रैफिक!

लोग मजबूरी में वैकल्पिक रास्तों से गुजरते हैं। बड़े वाहन लट्ढूडीह-कोटवां-भरौली होकर निकलते हैं, जबकि छोटे चारपहिया वाहन कुण्डेसर-शेरपुर-बीरपुर-पलियां होकर भरौली जाते हैं। लेकिन यह रास्ते भी सुविधाजनक नहीं हैं। त्योहारों में जब गाड़ियों की संख्या दोगुनी हो जाती है, तो समस्या विकराल रूप ले लेती है।

अब उम्मीद की किरण है—जंगीपुर-मांझी फोरलेन। NHAI के परियोजना निदेशक श्रीप्रकाश पाठक ने बताया कि यह परियोजना चार पैकेज में बन रही है। दिसंबर तक दो पैकेज चालू करने की तैयारी है। पूरा काम साल के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य है।

117 किलोमीटर मेन एलाइनमेंट और 17 किलोमीटर स्पर इस परियोजना का हिस्सा हैं। यह ग्रीनफील्ड हाइवे है, यानी नई जमीन लेकर सड़क बनाई जा रही है।5311 करोड़ की लागत से बन रहे इस प्रोजेक्ट में से एक स्पर सीधा बक्सर ले जाएगा।

चार पैकेज इस तरह हैं—

हृदयपुर-शाहपुर (42.5 किमी)

शाहपुर-पिंडारी (35.65 किमी)

पिंडारी-रिवीलगंज बायपास (38.97 किमी)

बक्सर स्पर (17.27 किमी)

पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के 328वें किलोमीटर से यह नया हाईवे जुड़ेगा। यानी, गाजीपुर के अंतिम छोर तक पहुँचने से 13 किलोमीटर पहले ही गाड़ियां बलिया-बक्सर की ओर निकल जाएंगी।

अगर दिसंबर तक दो पैकेज चालू हो गए, तो यात्रियों को भांवरकोल के जाम से स्थायी निज़ात मिल जाएगी। चार साल की पीड़ा खत्म होगी और यूपी-बिहार का यह इलाका देशभर से तेज़ रफ्तार कनेक्टिविटी पा जाएगा।