बिहार में शराब बंदी का उड़ रहा मजाक! सीतामढ़ी में कुख्यात अपराधी की पत्नी और पंचायत समिति सदस्य शराब तस्करी में गिरफ्तार

बिहार में शराबबंदी के बावजूद पंचायत समिति सदस्य जैसी जिम्मेदार पद पर आसीन व्यक्ति का शराब तस्करी में शामिल होना राज्य की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है।

बिहार में शराब बंदी का उड़ रहा मजाक! सीतामढ़ी में कुख्यात अपराधी की पत्नी और पंचायत समिति सदस्य शराब तस्करी में गिरफ्तार
बिहार में शराब बंदी का बुरा हाल!- फोटो : freepik

Bihar Sitamarhi News: बिहार के सीतामढ़ी जिले में एक कुख्यात अपराधी की पत्नी, जो पंचायत समिति सदस्य भी है, को पुलिस ने शराब तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया है। छापेमारी के दौरान उनके घर से भारी मात्रा में शराब, हथियार और चोरी के वाहन बरामद किए गए। पुलिस की छापेमारी के दौरान कुख्यात अपराधी देवेन्द्र ठाकुर फरार होने में सफल रहा।

गुप्त सूचना पर कार्रवाई

सूचना: एएलटीएफ (एंटी लिकर टास्क फोर्स) के पुलिस अवर निरीक्षक विजय शंकर सिंह को गुप्त जानकारी मिली थी कि पकडिया गांव में देवेन्द्र ठाकुर और उसकी पत्नी गुड़िया देवी शराब तस्करी में लिप्त हैं।

छापेमारी: पुलिस ने मौके पर पहुंचकर देखा कि ऑटो और बाइक पर नेपाल से लाई गई शराब लोड की जा रही थी।

बरामदगी:

शराब: नेपाली सौंफी देसी शराब की 680 बोतल।

वाहन: चार बाइक और एक ऑटो जब्त।

हथियार: दो देसी पिस्टल और एक सिक्सर बरामद।

पकड़े गए व्यक्ति: डुमरा थाना क्षेत्र के योगेन्द्र कुमार और गौना राम।

ग्रामीणों में खौफ

देवेन्द्र ठाकुर के भय के कारण ग्रामीण पुलिस कार्रवाई में सहयोग देने से कतराते हैं।

पुलिस के अनुसार: आरोपी ने नेपाल से शराब तस्करी कर चोरी की बाइकों के जरिए जिले में शराब की आपूर्ति का नेटवर्क बना रखा है।

पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्हें शराब तस्करी के बदले मजदूरी दी जाती थी।

तस्कर की पत्नी का नेटवर्क

पत्नी की भूमिका:

देवेन्द्र ठाकुर के फरार रहने के दौरान उसकी पत्नी गुड़िया देवी पूरे शराब कारोबार को संभालती है।

लेन-देन वॉट्सएप के माध्यम से किया जाता है।

जनप्रतिनिधि की संलिप्तता:

गुड़िया देवी, पंचायत समिति सदस्य होने के बावजूद शराब तस्करी में शामिल है।

यह शराबबंदी कानून के तहत एक गंभीर अपराध है।

छापेमारी के बाद की कार्रवाई

घर की तलाशी:

दो मंजिला मकान के बेडरूम से हथियार, मोबाइल और अन्य सामग्री बरामद हुई।

गुड़िया देवी ने हथियारों के संबंध में कोई जानकारी नहीं दी, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

आरोपियों का इतिहास:

देवेन्द्र ठाकुर पर करीब डेढ़ दर्जन मामले दर्ज हैं।

वह पुलिस के रिकॉर्ड में लंबे समय से फरार है।

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