बिहार में 45 करोड़ की अवैध लॉटरी जब्त, राइस मिल में होती थी छपाई, सौ से ज्यादा लोग गिरफ्तार, किंगपीन पवन झुनझुनवाला अभी तक फरार

लॉटरी के बड़े अवैध धंधे का पुलिस ने खुलासा किया है। इस दौरान पुलिस ने 45 करोड़ की अवैध लॉटरी और छपाई में इस्तेमाल होने वाले उपकरण जब्त किए हैं। वहीं पुलिस ने लॉटरी के धंधे के मास्टरमाइंड का खुलासा किया है। साथ ही पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।

बिहार में 45 करोड़ की अवैध लॉटरी जब्त, राइस मिल में होती थी छपाई,  सौ से ज्यादा लोग गिरफ्तार, किंगपीन पवन झुनझुनवाला अभी तक फरार
अंतरराष्ट्रीय लॉटरी के धंधे का खुलासा।- फोटो : RANJAN SINGH

PATNA - पुलिस ने रोहतास जिले में अवैध लॉटरी के कारोबार पर बड़ी कार्रवाई करते हुए 45 करोड़ रुपए की अवैध लॉटरी और छपाई में इस्तेमाल होने वाले उपकरण जब्त किए हैं। यह कार्रवाई चेनारी थाना क्षेत्र के खुरमाबाद स्थित इब्राहिमपुर में एक राइस मिल में की गई। शाहाबाद रेंज के DIG सत्यप्रकाश और रोहतास एसपी रोशन कुमार ने इस कार्रवाई की पुष्टि की।

डेढ़ साल से चल रहा था अवैध कारोबार

DIG सत्यप्रकाश ने बताया कि यह अंतरराज्यीय गिरोह राइस मिल की आड़ में पिछले डेढ़ साल से अवैध लॉटरी का कारोबार चला रहा था। छापेमारी के दौरान मौके पर 103 मजदूरों को लॉटरी छापते हुए हिरासत में लिया गया है। इनसे पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हुए। गिरोह का मुख्य सरगना डेहरी का रहने वाला पवन झुनझुनवाला है, जो पहले भी कई आपराधिक मामलों में जेल जा चुका है। औरंगाबाद के अलावा झारखंड में भी उस पर कई मामले दर्ज हैं। इस पूरे प्रकरण को लेकर आयकर विभाग, परिवर्तन निदेशालय, आर्थिक अपराध इकाई को भी सूचित किया गया है। साथ ही आसपास के जिलों के अलावे दूसरे राज्यों में भी जांच टीम को भेजा जाएगा। वही इस पूरे लॉटरी के सूत्र भंडाफोड़ किया जाएगा। 

गिरफ्तार मैनेजर का खुलासा

पुलिस ने इस कार्रवाई में राइस मिल के मैनेजर मनीष कुमार को गिरफ्तार किया है। मनीष ने बताया कि पवन झुनझुनवाला इस पूरे नेटवर्क का संचालन करता है। गिरोह ने राइस मिल को एक कवर के रूप में इस्तेमाल करते हुए बड़े पैमाने पर लॉटरी छपाई का धंधा किया।

बरामद सामग्री और उपकरण

छापेमारी में भारी मात्रा में लॉटरी टिकट और उपकरण बरामद किए गए हैं। इनमें शामिल हैं: - लॉटरी टिकट: सील पैक 420 कार्टन, खुला पैक 722 कार्टन, सादा कागज (A3 साइज): 830 कार्टन, प्रिंट हुआ कागज: 419 कार्टन

उपकरण और मशीनरी: 6 कलर ऑफसेट मशीन, 3 लैपटॉप, 20 कंप्यूटर मॉनिटर, 18 सीपीयू, 22 मोबाइल फोन, 2 कलर प्रिंटर, 1 फोटो कॉपियर, अन्य तकनीकी उपकरण। इन सामग्री और उपकरणों की कुल अनुमानित लागत 4 करोड़ रुपए आंकी गई है।

गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी

DIG सत्यप्रकाश ने बताया कि मंगलवार को पटना से आई STF टीम ने रोहतास पुलिस के साथ इस कार्रवाई को अंजाम दिया। गुप्त सूचना के आधार पर बारह पत्थर मोहल्ला और अन्य क्षेत्रों में छापेमारी की गई। तीन घरों की तलाशी में लॉटरी विक्रेता होने की पुष्टि हुई।

अवैध लॉटरी कारोबार पर सख्त कार्रवाई का दावा।

DIG ने बताया कि इस गिरोह के सदस्यों की पहचान कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिले में अवैध कारोबार को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। रोहतास पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे अवैध गतिविधियों की जानकारी पुलिस को दें ताकि समय पर कार्रवाई हो सके।

पुलिस की बड़ी सफलता

यह छापेमारी रोहतास पुलिस और STF के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। अवैध लॉटरी कारोबार न केवल कानून का उल्लंघन करता है बल्कि समाज में आर्थिक असंतुलन भी पैदा करता है। पुलिस की इस कार्रवाई से ऐसे अपराधों पर लगाम लगाने की उम्मीद जताई जा रही है।

REPORT - RANJAN SINGH, ROHTAS


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