Bihar Crime News: पटना में चल रहा गजब का खेल ! लोगों को साइबर ठग ऐसे बना रहे निशाना, कहीं अगला नंबर आपका तो नहीं...
Bihar Crime News: राजधानी पटना में साइबर थाने की पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। साइबर थाने की पुलिस ने लोन के नाम पर ठगी की घटना को अंजाम देने वाले छह ठगों को गिरफ्तार किया है।
PATNA: देशभर में इन दिनों साइबर अपराधियों का तांडव जारी है। साइबर अपराधी एक के बाद एक हथकंडे अपनाकर साइबर ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। ऐसा ही एक मामला में एक बार भी राजधानी पटना से सामने आया है। जहां पुलिस ने लोन दिलाने के नाम पर साइबर ठगी की घटना को अंजाम देने वाले गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया है। साइबर थाने की पुलिस ने सभी ठगों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि ये ठग सोशल मीडिया के जरिए लोगों को आसानी से लोन दिलाने के नाम पर ठगी की घटना को अंजाम देते थे।
लोन दिलाने के नाम पर ठगी
जानकारी अनुसार पहले ये सोशल मीडिया के यूजर्स को आसानी से लोन दिलाने के लिए अपनी जाल में फंसाते थे फिर उनकी खाते से लाखों रुपए ऐंठ लेते थे। सभी ठग तेलंगाना के हैं वहीं उनके सरगना नालंदा का निवासी है। पुलिस ने इन आरोपियों को पटना के रामकृष्णानगर के पूर्वी लक्ष्मीनगर रोड नंबर तीन स्थित एक फ्लैट से पकड़ा है। गिरफ्तार ठगों का नाम अभिलाष मनिकटा, दुर्गम बेंकटेस, मानूमल्ला सातित्क, पिट्टा यशवंत, दुर्गम रजनीकांत और सुनराकर श्रीकांथ बताया जा रहा है। पुलिस ने आरोपियों के पास से मोबाइल बरामद किया है। जिसकी जांच जारी है।
छह साइबर ठग धराएं
फिलहाल पुलिस इन ठगों के सरगना नालंदा के दीपनगर के प्रदीप कुमार उर्फ सूरज और शंभू की तलाश कर रही है। जानकारी अनुसार हाल में साइबर थाने की पुलिस को एक ही जैसी कई शिकायतें मिल रही थीं। इसके बाद पुलिस ने जब ठगों के मोबाइल नंबरों की जानकारी ली तो उनका लोकेशन रामकृष्णानगर में मिला। तकनीकी सर्विलांस के आधार पर पुलिस ठगों के फ्लैट तक पहुंची और उन्हें दबोच लिया गया।
कॉल सेंटर में काम कर रहे युवकों को देता था प्रशिक्षण
बताया जा रहा है कि इन साइबर ठगों का सरगना कॉल सेंटर में काम करने युवकों को प्रशिक्षण देता था ताकि ये लोग आसानी से लोगों को अपनी झांसा में लेकर ठगी कर सके। सरगना ठगी गिरोह के सदस्य को मोबाइल, फर्जी सिमकार्ड, बैंक खाता भी उपलब्ध करवाता था। यह गिरोह सैकड़ों लोगों से ठगी कर चुका है। इस मामले की जानकारी देते हुए डीआईजी सह एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि हमने साइबर धोखाधड़ी में शामिल दो गिरोहों को पकड़ा है। पहला समूह कूरियर सेवा के नाम पर धोखाधड़ी करता है। दूसरा समूह, निजी फाइनेंस कंपनी का नाम लेकर ऋण देने का झांसा दे लोगों को धोखा दे रहा था।