Bihar News: चेन छिनतई का गढ़ बना राजधानी पटना ! 11 महीने में रिकॉर्ड चेन झपटमारी, सड़कों पर निकलने से डर रही महिलाएं

Bihar News: राजधानी पटना में चेन छिनतई के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। अपराधी कई घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। 11 महीने में रिकॉर्ड चेन झपटमारी की घटना सामने आई है। लगातार बढ़ते मामलों से अब महिलाएं बाहर निकलने से भी डर रही हैं।

patna news
Patna chain snatching- फोटो : social media

Bihar News: राजधानी में 10 शहरी थाना क्षेत्रों में 11 महीने में चेन छिनतई के 80 से ज्यादा अबतक मामले दर्ज हुए हैं। चेन छिनतई मामले में टॉप 10 थाने कदमकुआं,रूपसपुर,कोतवाली , गांधी मैदान, एस के पुरी,सचिवालय, राजीव नगर, कंकड़बाग,जक्कनपुर और शास्त्री नगर शामिल हैं। जहां चेन स्नैचरों ने अपना आतंक फैला रखा है। शहरी क्षेत्र में महिलाएं अब सड़कों पर निकलने से भयभीत हैं। दरअसल, मंगलवार को कंकड़बाग थाना क्षेत्र के शिवाजी पार्क के पास अपने बच्चे को स्कूल से लाने जा रही महिला से लाखों की चेन छिनतई कर एक बाइक पर सवार दो अपराधी फरार हुए है जिसके बाद पटना के शास्त्री नगर थाना क्षेत्र में अपराधियों ने अंजाम दिया है। घटना पुलिस मुख्यालय चंद कदम की दूरी पर घटी। जहां दिनदहाड़े एक बाइक पर सवार दो अज्ञात अपराधियों ने जे डी विमेंस कॉलेज में पढ़ने वाली छात्रा मुस्कान के गले से चेन छिनतई की घटना शनिवार को अंजाम दिया। ये घटनाएं पटना पुलिस की गस्ती पर बड़ा सवाल खड़ा कर रही है। पीड़िता मुस्कान दानापुर कैंट की रहने वाली है। 

पटना पुलिस का एंटी स्नैचिंग टीम

दरअसल राजधानी में बढ़ते चेन, मोबाइल स्नैचिंग सहित घटनाओं को रोकने के लिए पटना पुलिस ने अलग स्ट्रेटजी तैयार की थी। जिसमें पूर्व में रहे सेंट्रल एसपी पटना वैभव शर्मा के आदेश पर सड़कों पर लगे सीसीटीवी कैमरे के अलाव सभी थानों में एंटी स्नैचिंग पुलिस टीम बनाया गया था। जिन्हें हॉट स्पॉट चिन्हित कर लगाया गया। वहीं पुलिस ने रोको टोको अभियान सहित वाहन चेकिंग अभियान को तेजी से लागू कर घटनाओं में कमी लाई।

ज्यादातर मामले में गिरफ्तार अपराधियों को मिल जाता है बेल

गौरतलब हो कि छिनतई मामले में पटना पुलिस कई अपराधियों को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजने में कामयाबी हासिल रहे है। वहीं छिनतई की बरामदगी नहीं होने सहित समय पर आई ओ द्वारा न्यायालय में जांच प्रस्तुति पेश करने में देर के कारण अपराधियों को इसका लाभ मिल जाता है। मिली जानकारी के अनुसार दर्जनों मामलों गिरफ्तार किए गए अपराधियों का टी आई परेड नहीं होता है।


सूखे नशे की लत और आदतन अपराधी बाहर निकल देते है घटनाओं को अंजाम

हालिया वर्षों में सूखे नशे की जद में आए नाबालिग अपने नशे की लत को पूरा करने के लिए मोबाइल, चेन छिनतई और चोरी की घटनाओं को अंजाम देकर नशे की लत को पूरा करते है। वहीं आदतन अपराधी जेल से बाहर निकल अपने शौक को पूरा करने के लिए घटनाओं को अंजाम देते हैं। गौरतलब हो कि अपराधी घटनाओं को अंजाम देने के लिए चोरी के बाइक का इस्तेमाल करते है जिसे कई बार पकड़ने जाने की स्थिति में छोड़ फरार हो जाते हैं।

पटना से अनिल की रिपोर्ट

Editor's Picks