Vidhansabha Election: दिल्ली में नीतीश -चिराग को साख बचाने की बड़ी चुनौती, भाजपा नेता के सहारे उतरी लोजपा तो जदयू का घट गया कद
दिल्ली में विधानसभा चुनाव हो रहा है और बिहार में सियासी दलों की बेच गर्माहट बढ़ी हुई है. ऐसे में नामांकन खत्म होने के बाद आंकड़े बताते हैं कि जदयू का कद घट गया है तो चिराग ने भाजपा नेता को अपने दल का चेहरा बनाकर पेश किया है.
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Vidhansabha Election: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए 981 उम्मीदवारों ने नामांकन किया है। नामांकन की अंतिम 17 जनवरी को समाप्त होने के बाद निर्वाचन आयोग ने यह आंकड़ा जारी किया है। नामांकन खत्म होने के बाद दिल्ली की कुल 70 विधानसभा सीटों के लिए 981 उम्मीदवारों में 1521 पर्चे भरे है। नामांकन भरने के अंतिम दिन यानी 17 जनवरी को 680 नामांकन पत्र भरे गए है।
चुनाव आयोग अब 18 जनवरी को कैंडिडेट्स की ओर से दाखिल नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी करेगा। वहीं प्रत्याशियों के नाम वापस लेने की अंतिम तारीख 20 जनवरी तय की गई है। चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष सबसे कम नामांकन कस्तूरबा नगर सीट से दाखिल हुए है। कस्तूरबा नगर में कुल छह उम्मीदवारों ने नौ नामांकन पत्र दाखिल किए है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए सबसे अधिक नामांकन पत्र नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से दाखिल हुए है। बता दें कि नई दिल्ली में कुल 29 उम्मीदवारों द्वारा 40 नामांकन पत्र भरे गए है। नई दिल्ली सीट से आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल भी चुनाव मैदान में है। उनके सामने बीजेपी के प्रवेश साहिब सिंह वर्मा और कांग्रेस के संदीप दीक्षित चुनाव मैदान में है। नई दिल्ली में त्रिकोणीय मुकाबला होने वाला है।
नीतीश-चिराग ने भी उतारे उम्मीदवार
बिहार के बाहर अन्य राज्यों में अपने दलों को विस्तार देने की कवायद में दिल्ली विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केन्द्रीय मंत्री चिराग पासवान के लिए बेहद है। नीतीश की पार्टी जदयू ने बुराड़ी से शैलेन्द्र कुमार को उम्मीदवार बनाया है। वहीं चिराग पासवान के लोजपा (रामविलास) से देवली सीट से दीपक तंवर वाल्मीकि को उम्मीदवार बनाया गया है।
दिल्ली ने जदयू का प्रदर्शन
पिछली बार 2020 के विधानसभा चुनाव में भी जदयू ने एनडीए में रहकर चुनाव लड़ा था और जदयू को केवल दो सीटें पिछली बार मिली थी। लेकिन पार्टी के उम्मीदवार दोनों सीटों पर चुनाव हार गए थे। 2015 के भी विधानसभा चुनाव में दिल्ली में जदयू का खाता नहीं खुला था। जबकि 2010 के चुनाव में जदयू के हिस्से में 4 सीटें आयी थी तो तीन सीटों पर जीत हासिल हुई थी। ऐसे में इस बार मात्र एक सीट पर चुनाव में जदयू के उतरने से एक तरह से दिल्ली में जदयू का कद घट गया है।
BJP नेता रहे दीपक तंवर वाल्मीकि
दिल्ली विधानसभा चुनाव में लोजपा (रामविलास) के टिकट पर चुनाव में उतरे दीपक तंवर वाल्मीकि की पहचान भाजपा नेता के तौर पर रही है। वे पिछले लम्बे अरसे से दिल्ली में भाजपा नेताओं के साथ सियासी रूप से सक्रिय रहे हैं। हालाँकि चिराग पासवान ने उन्हें पार्टी उम्मीदवार बनाते हुए कहा कि दीपक तंवर दशकों से मेरे और मेरे परिवार के विचारों के साथ जुड़े रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि ये बड़े अंतर से जीतेंगे। वहीं सियासी जानकारों का कहना है कि दीपक तंवर वाल्मीकि एक तरह से लोजपा के सिंबल पर भाजपा नेता के रूप में चुनाव मैदान में उतरे हैं।
अकेले चुनाव मैदान में कांग्रेस-आप
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस अकेले अपने दम पर ही चुनाव लड़ रही है। गौरतलब है कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव 70 सीटों पर होने वाले है। चुनाव के लिए मतदान पांच फरवरी को होगा। इसके बाद चुनाव परिणाम आठ फरवरी को आने वाले है।