Bihar News : गया में दाखिल-खारिज में गड़बड़ी करना राजस्व कर्मचारी को पड़ा महंगा, डीएम ने किया सस्पेंड
Bihar News : गया में दाखिल ख़ारिज में गड़बड़ी करना राजस्व कर्मचारी को महंगा पड़ गया. डीएम ने तत्काल प्रभाव से उसे निलंबित कर दिया........पढ़िए आगे
GAYA : जिला पदाधिकारी शशांक शुभंकर ने प्रशासनिक कार्यशैली में सुधार और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के उद्देश्य से बड़ी कार्रवाई की है। डीएम ने भूमि राजस्व कार्यों में घोर लापरवाही बरतने के आरोप में टिकारी अंचल के राजस्व कर्मचारी रंजन पासवान को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन के साथ ही उक्त कर्मचारी के विरुद्ध विभागीय जांच और अनुशासनात्मक कार्रवाई भी प्रारंभ कर दी गई है।
राजस्व कर्मचारी रंजन पासवान पर लगे आरोपों की जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि उन्होंने दाखिल-खारिज (म्यूटेशन) की प्रक्रिया में गंभीर गड़बड़ी की है। कर्मचारी द्वारा राजस्व विभाग के महत्वपूर्ण 'फर्स्ट कम फर्स्ट आउट' ($FIFO$) नियम का उल्लंघन किया गया, जिसका उद्देश्य आवेदनों का प्राथमिकता के आधार पर निपटारा करना है। इस नियम की अनदेखी कर उन्होंने चहेते लोगों के काम को वरीयता दी और आम जनता को परेशान किया।
जांच में एक और गंभीर बात सामने आई कि राजस्व कर्मचारी ने अपने स्तर पर भूमि संबंधित आवेदनों को बिना किसी वैध कारण के 75 दिनों से अधिक समय तक लंबित रखा। सरकारी नियमों के अनुसार आवेदनों का समय सीमा के भीतर निपटारा करना अनिवार्य है, लेकिन कर्मचारी की इस सुस्ती के कारण आम जनता को जमीन से संबंधित कई समस्याओं और मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ा।
जिला पदाधिकारी शशांक शुभंकर ने इन मामलों को अत्यंत गंभीरता से लेते हुए यह कठोर कदम उठाया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिले में 'जीरो टॉलरेंस' की नीति पर कार्य किया जा रहा है और जनता को परेशान करने वाले किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा। डीएम के इस कड़े रुख से जिले के राजस्व कर्मियों और अन्य सरकारी विभागों में हड़कंप मच गया है।
निलंबन की घोषणा करते हुए डीएम ने कड़ी चेतावनी दी है कि यदि कहीं से भी किसी व्यक्ति को अनावश्यक रूप से परेशान करने या बिना ठोस कारण के आवेदनों को लंबित रखने की सूचना प्राप्त होती है, तो जांच के बाद संबंधित कर्मी पर कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। प्रशासन का लक्ष्य सरकारी सेवाओं को पारदर्शी बनाना और आम जनता के कार्यों को बिना किसी बाधा के समय पर पूरा करना है।
गया से मनोज की रिपोर्ट