Dengue In Bihar: पर्व के सीजन में डेंगू के डंक से हाहाकार, इन लक्षणों को नजरअंदाज करना पड़ सकता है महंगा
Dengue In Bihar:पटना में डेंगू के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है. आईजीआईएमएस के वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर रोहित उपाध्याय के अनुसार डेंगू संक्रमण के लक्षणों को नजरअंदाज नहीं कर शीघ्र चिकित्सकीय परामर्श जरुरी है.
Dengue In Bihar: पटना में इस वर्ष डेंगू का प्रकोप जुलाई से लेकर सितंबर तक बहुत कम थालेकिन वहीं अक्टुबर की शुरुआत से हीं यह बीमारी आतंकित करने लगा. स्थिति है कि कमोबेस हर घर से कोई न कोई इसकी चपेट में आने लगा है. इधर राजधानी में डेंगु का प्रकोप बढ़ रहा है वहीं नगर- निगम के कान पर जू तक नहीं रेंग रहा है. नगर निगम समय पर फागिंग नहीं कर रहा है जिसकी वजह से मछर नहीं मरें और रोगियों की संख्या बढ़ने लगी.
पाटलिपुत्र अंचल में केवल रविवार को 509 मरिज मिले.लेकिन फागिंग और लार्वासाइड्ल का छिड़काव सिर्फ 425 घरों में ही हुआ है. हालांकि,जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह और स्वास्थय विभाग ने बार-बार रोगियों के घर के 500 मीटर के दायरे में फागिंग और लार्वासाइड्ल का छिड़काव करने का आदेश दिया है।लेकिन नगर-निगम तो नगर निगम है .
पाटलिपुत्र अंचल के बाद कंकड़बाग में करीब 659 मरिज मिले और अजीमाबाद में 342,अथमगोला में 17 वहीं बख्तियारपुर में 36 और फतुआ में 31 के साथ खुसरुपुर में 30 और दानापुर में 44 मरीज पाए गये है.कुल मिलाकर अभी तक 2787 डेंगु के मरिज मिल चुके है.बता दें कि सोमवार को अस्पताल में कुल 67 मरीज भर्ती थे और सरकारी अस्पताल में 13 मरीज के साथ सात निजी अस्पताल में करिब 54 मरिज भर्ती है,जो कि सरकारी अस्पताल के मामले में चार गुना ज्यादा है.
आईजीआईएमएस के वरिष्ठ चिकित्सक प्रोफेसर डॉ रोहित उपाध्याय के अनुसार इस साल पिछले साल के मुकाबले मानसून सीजन ज्यादा लंबा खिंच गया.कई इलाकों में बरसात भी ज्यादा हुई. इसलिए मच्छरों को ब्रीडिंग के अनुकूल माहौल मिला. अब यह मच्छर डेंगू फैला रहे हैं.
वरिष्ठ चिकित्सक डॉ रोहित ने बताया कि अचानक तेज बुखार, तेज सिरदर्द,जोड़ों और मांसपेशियों में गंभीर दर्द, आँखों के पीछे दर्द, सूजी हुई लिम्फ ग्रंथियां, जी मिचलाना, उल्टी करना, खुजली, थकान डेंगू के लक्षण हो सकते हैं.आईआईएमएस के प्रोफेसर डॉ रोहित उपाध्याय के अनुसार कई मामलों में मसूड़ों या नाक से खून आना, मल, पेशाब या उल्टी में खून की मौजूदगी, त्वचा के नीचे खून का बहाव, जो खरोंच के रूप में दिखाई दे सकता है,तेज पेट दर्द,लगातार उल्टी होना,डीहाइड्रेशन,सुस्ती या कन्फ़्यूज़न, ठंडे या चिपचिपे हाथ-पैर,तेजी से वजन कम होना,बेचैनी,थकान भी डेंगू के लक्षणों में शुमार हैं.
प्रोफेसर डॉ रोहित उपाध्याय के अनुसार डेंगू में आम बुखार के विपरित तेज बुखार आता है. डेंगू के मरीजों में डेढ़ से दो लाख तक प्लेटलेट है तो चिंता करने की जरूरत नहीं है. लेकिन अगर एक लाख से कम प्लेटलेट है मॉनीटरिंग की जरूरत पड़ती है. प्लेटलेट गिरने पर ब्लीडिंग की आशंका भी रहती है.
ऐसे में डॉ रोहित के अनुसार डॉक्टर की निगरानी या अस्पताल में एडमिट होना बेहतर है. अगर प्लेटलेट लगातार गिर रहा है तो चिकित्सक बेहतर निर्णय ले सकते हैं. उन्होंने नीम हकीमों और दवादुकानदारों से पूछ कर दवा खाने से मनाही करते हुए चिकित्सकीय सलाह लेने की ताकीद की है. ताकी समय रहते बेहतर डॉक्टरी सहायता मिल सके.
बहरहाल डॉ रोहित के अनुसार मच्चछड़दानी का प्रयोग कर और कुछ सावधानी रख कर हम डेंगू के डंक से बच सकते हैं.
पटना से प्रगति शर्मा की विशेष रिपोर्ट