Bihar News : 9-14 दिसंबर तक पंचायतों में बिजली कंपनियों ने विशेष कैंप का किया आयोजन, 15,432 शिकायतों का हुआ निपटारा

Bihar News : बिजली उपभोक्ताओं की शिकायतों के निपटारा के लिए विशेष कैम्प का आयोजन किया. इस कैम्प में 15,432 शिकायतों का निपटारा किया गया....पढ़िए आगे

Bihar News : 9-14  दिसंबर तक पंचायतों में बिजली कंपनियों ने विशेष कैंप का किया आयोजन, 15,432 शिकायतों का हुआ निपटारा
विशेष कैम्प का आयोजन - फोटो : SOCIAL MEDIA

PATNA : राज्य सरकार द्वारा बिजली उपभोक्ताओं की शिकायतों का समाधान करने के उद्देश्य से राज्यभर में पंचायत स्तर पर 9  दिसंबर से 14 दिसंबर तक आयोजित किए गए विशेष कैंपों में उपभोक्ताओं की ओर से कुल 15,432 शिकायतों का त्वरित निष्पादन किया गया। इनमें दक्षिण बिहार की कुल 8,609 और उत्तर बिहार की कुल 6,823 शिकायतें थीं। इन कैंपों में उपभोक्ताओं की समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुनने और उनका त्वरित समाधान सुनिश्चित करने का प्रयास किया गया।

दक्षिण बिहार में कुल 8,609 शिकायतों का त्वरित समाधन किया गया। इन शिकायतों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर से संबंधित 1,909, बिलिंग से संबंधित 2,484, मीटर से संबंधित 1,928, नए कनेक्शन से संबंधित 1,488 और अन्य 1,421 शिकायतों का समाधान किया गया। वहीं, उत्तर बिहार में कुल 6823 शिकायतों का त्वरित समाधान कर दिया गया। इन शिकायतों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर से संबंधित 1,338, बिलिंग से संबंधित 2,538, मीटर से संबंधित 778, नए कनेक्शन से संबंधित 1,356 और अन्य 813 शिकायतें शामिल थीं।

ऊर्जा सचिव सह-सीएमडी, बीएसपीएचसीएल पंकज कुमार पाल ने कहा कि हमारी पूरी कोशिश है कि बिजली उपभोक्ताओं की किसी तरह की परेशानी न हो। इसी उद्देश्य से उनकी समस्याओं के समाधान के लिए पंचायत स्तर पर कैंप लगाए गएं। यह खुशी की बात है कि उपभोक्ताओं को इन कैंपों से सहूलियत हुई है। उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान हुआ है, जिसके उनका विश्वास बढ़ा है। खासकर स्मार्ट प्री-पेड मीटर को लेकर उनके मन में जो भ्रांतिया थी वह दूर हुई हैं। उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए इस तरह की सेवा आगे भी प्रदान की जाती रहेगी। इन कैंपों का आयोजन साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड और नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड द्वारा किया गया था।

राज्यभर में पंचायत स्तर पर 9  दिसंबर से 14 दिसंबर तक आयोजित किए गए कैंपों में कनीय विद्युत अभियंता (आपूर्ति), कनीय विद्युत अभियंता (राजस्व) और सहायक सूचना प्रौद्योगिकी प्रबंधक उपस्थित थे। कैंपों में उपभोक्ताओं की समस्याओं को मौके पर ही समाधान उपलब्ध कराने का प्रावधान किया गया था। समस्याओं की प्रभावी मॉनिटरिंग के लिए एक केंद्रीकृत डैशबोर्ड के माध्यम से प्रगति का आकलन किया जा रहा था।

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