Bihar Teacher News: ACS सिद्धार्थ का नया निर्देश, अब मिडिल स्कूलों में 100 दिन का स्पेशल कोर्स, गुरु जी करेंगे ऐसे काम
Bihar Teacher News: शिक्षा विभाग में सुधार लाने को लेकर एसीएस एस.सिद्धार्थ लगातार कोशिश कर रहे हैं। एस सिद्धार्थ एक के बाद एक ऐलान कर रहे हैं।
Bihar Teacher News: सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के परीक्षा परिणामों में सुधार लाने के लिए शिक्षा विभाग ने एक नई पहल शुरू की है। इस योजना के तहत, सभी स्कूलों में वार्षिक परीक्षा से पहले 100 दिन का क्रैश कोर्स चलाया जाएगा। इस दौरान बच्चों को उन सभी विषयों की गहनता से पढ़ाई कराई जाएगी जो परीक्षा में आने वाले हैं। मालूम हो कि शिक्षा विभाग में सुधार लाने को लेकर एसीएस एस.सिद्धार्थ लगातार कोशिश कर रहे हैं। एस सिद्धार्थ एक के बाद एक ऐलान कर रहे हैं। इन दिनों एस.सिद्धार्थ प्रतिदिन वीडियो कॉल कर स्कूलों का जायजा ले रहे हैं।
कमजोर छात्रों पर विशेष ध्यान
इस योजना का मुख्य उद्देश्य उन छात्रों की मदद करना है जो पढ़ाई में कमजोर हैं या जिनकी उपस्थिति कम रही है। इन छात्रों को अतिरिक्त समय और ध्यान दिया जाएगा ताकि वे भी अन्य छात्रों के बराबर हो सकें। इसके तहत बच्चों को परीक्षा के लिए जरूरी सभी अध्यायों से पढ़ाई कराई जाएगी, ताकि परीक्षा में उन्हें ज्यादा से ज्यादा अंक मिल सके। इसको लेकर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिया है। साथ ही स्कूलों में इसकी व्यवस्था करने में जुट जाने को कहा है।
कैसे काम करेगी यह योजना
स्कूलों में रोजमर्रा की कक्षाओं के अलावा, विशेष रूप से गणित और भाषा के लिए अतिरिक्त कक्षाएं लगाई जाएंगी। हर सप्ताह छात्रों का टेस्ट लिया जाएगा ताकि उनकी प्रगति का आकलन किया जा सके। छात्रों को रोजाना होमवर्क दिया जाएगा ताकि वे घर पर भी पढ़ाई कर सकें। शिक्षकों को इस योजना के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा ताकि वे छात्रों को बेहतर तरीके से पढ़ा सकें।
विभिन्न दृष्टिकोण
शिक्षा विभाग का मानना है कि इस योजना से छात्रों के परीक्षा परिणाम में सुधार आएगा। हालांकि, कुछ शिक्षकों का मानना है कि इतने कम समय में इतना बड़ा बदलाव लाना मुश्किल होगा। छात्रों का कहना है कि उन्हें अतिरिक्त कक्षाओं के कारण बोझ महसूस हो रहा है।
पहली पाली में गणित की पढ़ाई
एसीएस की ओर से जारी निर्देशानुसार 100 दिन के क्रैश कोर्स के तहत पहली घंटी में प्रारंभिक स्कूलों में गणित व आधारभूत गणित की पढ़ाई कराई जाएगी। इसके बाद दूसरी घंटी में बच्चों की रीडिंग क्लास चलेगी। इस रीडिंग क्लास में बच्चों को धाराप्रवाह हिन्दी विषय का उच्चारण समेत पाठ कराया जाएगा, ताकि उनके पढ़ने की गति बढ़ाई जा सके। योजना के अनुसार स्कूलों में नामांकित सभी बच्चों को इस क्रैश कोर्स में शामिल होना होगा। जबकि इसे स्कूल के प्रधानाध्यापकों को सुनिश्चित कराने की जिम्मेवारी दी गई है।
हर सोमवार को लिया जाएगा टेस्ट
वहीं एसीएस ने यह भी कहा है कि हर सोमवार को छात्रों का टेस्ट लिया जाएगा। बच्चों के लिए टेस्ट पेपर उनके वर्ग शिक्षक तैयार करेंगे। इस टेस्ट में यह देखा जाएगा कि बीते एक सप्ताह में बच्चों ने कितना सीखा और उनमें कितनी सुधार की और गुंजाइश है। इसके अनुसार एक बार फिर से प्रधानाध्यापक स्तर से इसकी समीक्षा कराई जाएगी। साथ ही अगर इस शेड्यूल में किसी बदलाव की जरूरत होगी तो प्रधानाध्यापक अपने स्तर से इसमें सुधार कराएंगे। इसके अलावा सोमवार को टेस्ट लेने के बाद सभी छात्रों को होमवर्क भी दिया जाएगा। इस होमवर्क को हर हाल में पूरा कराना और इसकी जांच शिक्षकों के द्वारा की जाएगी।